संभल; उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 1978 में दंगे हुए थे. जिसको लेकर अफवाह फैलाई जा रही है कि दंगों की दोबारा से जांच होगी. जांच संभल पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम करेगी और एक सप्ताह में शासन को रिपोर्ट भेजेगी. वही, संभल एसपी ने इस खबर का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि दंगों की जांच की अफवाह फैलाई जा रही है. ऐसी कोई भी जांच नहीं होगी.
उल्लेखनीय ही कि वर्ष 1978 में संभल में सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था, जिसमें 184 लोगों की जानें गई थीं. इस कड़ी में जिले भर में कर्फ्यू भी लगया गया था. गौरतलब है कि 14 दिसंबर 2024 को संभल प्रशासन ने खग्गू सराय मोहल्ले में 46 साल से बंद पड़े कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट को खुलवाया था. तभी से 1978 के दंगे फिर से चर्चा में आ गए थे. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि 1978 के दंगों में संभल में 184 लोग मारे गए थे और कई लोग बेघर हो गए थे. सीएम ने इन दंगों की जांच की बात भी कही थी.
इसके बाद से 7 जनवरी को संभल जिले के एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया को पत्र लिखकर जानकारी दी कि यूपी विधान परिषद सदस्य श्रीचंद्र शर्मा ने दंगों के संबंध में एक विवरण मांगा है. इस पर पुलिस की तरफ से दंगों के संबंध में जो सूचना हमारे पास उपल्बध है, उन्हें शासन को भेज दिया जाएगा.
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संभल एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने जानकारी देते हुए बताया कि एक भ्रामक सूचना सोशल मीडिया व अन्य जगहों पर फैलाई जा रही है कि 1978 में जो सांप्रदायिक दंगे हुए थे उसकी दोबारा जांच कराई जाएगी. जबकि, इस तरह का कोई वाक्या नहीं है.