लखनऊ: भ्रष्टाचार और आरक्षण में अनियमितता के आरोपों से घिरे यूपी सरकार में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने आज शनिवार को सीएम योगी से मुलाकाल की. दोनों नेताओं के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई. मुख्यमंत्री ने आशीष पटेल से इस विवाद और उनके बयानबाजी से सरकार, पार्टी और गठबंधन के रिश्तों पर पड़ने वाले असर को लेकर चर्चा की. मुलाकात के बाद आशीष पटेल दिल्ली इलाज के लिए रवाना हो गए.
गौरतलब है कि 9 दिसंबर को प्राविधिक शिक्षा परिषद ने 177 शिक्षकों को विभागाध्यक्ष के पदों पर प्रमोशन देने का आदेश जारी किया था. इसके बाद अपना दल (कैमराबादी) की नेता पलवी पटेल ने आरोप लगाया कि इस प्रमोशन में भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने मंत्री आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाए. पलवी पटेल ने विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे पर प्रदर्शन भी किया था. इसके बाद प्रमोशन और विभाग की सीधी भर्तियों को लेकर कई सवाल उठे थे.
इस विवाद के बाद आशीष पटेल ने कहा था कि अगर प्रधानमंत्री कहेंगे तो वह अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. उन्होंने कहा था कि सरकार चाहे तो इस मामले की जांच सीबीआई से करवा सकती है. आशीष पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है. साथ ही उन्होंने एसटीएफ पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया. एक मंच से तो उन्होंने कहा कि था कि वह एसटीएफ से डरने वाले नहीं हैं.
पत्रकार वार्ता में आशीष पटेल ने उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग के निदेशक शिशिर सिंह पर भी आरोप लगाए थे. उन्होंने कहां कि वह जानबूझकर उनकी पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने सरकार के दो अधिकारियों पर भी षडयंत्र करने का आरोप लगाया था.
इस विवाद के बाद बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष ने इस बयानबाजी पर नाराजगी जताई. सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस बयानबाजी को लेकर नाराजगी व्यक्त की और कहा कि इससे जनता में गलत संदेश जा रहा है. इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व ने अनुप्रिया पटेल से भी बात की और उन्हें मुख्यमंत्री से मिलकर इस मामले की बात सीधे उनसे करने को कहा.