नई दिल्ली: दुनिया की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है. वर्तमान में पूरी दुनिया में लगभग 7.3 बिलियन लोग रह रहे हैं. इनमें विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग शामिल हैं. विश्व में अगर सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले धर्म की बात करें तो यह ईसाई धर्म है, जबकि दूसरे नंबर पर इस्लाम और तीसरे पर हिंदू धर्म है. जिन धर्मों के अनुयायियों की संख्या सबसे अधिक होती है, वही धर्म सबसे बड़ा धर्म माना जाता है.
जनसंख्या वृद्धि और धर्मों के विकास पर नई रिपोर्ट
प्यू रिसर्च द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि दुनिया में कौन सा धर्म सबसे तेजी से बढ़ रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लाम धर्म अन्य धर्मों की तुलना में सबसे तेजी से फैल रहा है. इसके अलावा, 2050 तक दुनिया के प्रमुख धर्मों में वृद्धि होने की संभावना है.
2050 तक क्या होगा बदलाव?
रिपोर्ट में बताया गया है कि 2050 तक ईसाई धर्म दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समूह बना रहेगा, लेकिन 2070 तक इस्लाम धर्म ईसाई धर्म से भी आगे निकलकर दुनिया का प्रमुख धर्म बन जाएगा.
कम हो रही नास्तिकों की संख्या
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में ऐसे लोग भी हैं जो किसी धर्म से नहीं जुड़े हैं, जिन्हें नास्तिक कहा जा सकता है. हालांकि, इनकी संख्या में कमी आई है. कुछ देशों जैसे अमेरिका और फ्रांस में इन लोगों की आबादी बढ़ी है, लेकिन वैश्विक स्तर पर इनकी संख्या घट रही है.
धर्मों की आबादी में बदलाव के आंकड़े
रिपोर्ट में पिछले 40 सालों के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है और भविष्य में धर्मों की आबादी में होने वाली वृद्धि का अनुमान भी लगाया गया है.
ईसाई धर्म
साल 2010 में ईसाई धर्म की आबादी 216 करोड़ थी, जो 2050 तक 291 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी. इस दौरान ईसाई धर्म को मानने वालों की आबादी में 75 करोड़ का इजाफा होगा, यानी हर साल करीब 1 करोड़ 87 लाख जनसंख्या ईसाई धर्म ईसाई धर्म को मानने वालों की बढ़ेगी.
इस्लाम धर्म
इस्लाम की आबादी 2010 में 150 करोड़ थी, जो 2050 में 276 करोड़ से ज्यादा हो जाएगी. इन 40 वर्षों में इस्लाम धर्म को मानने वालों की संख्या में 116 करोड़ का इजाफा होगा. यानी हर साल 2 करोड़ 90 लाख लोग इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग बढ़ेंगे. यानी हर महीने 24 लाख इस्लाम के अनुयायी बनेंगे.
हिंदू धर्म
2010 में हिंदू धर्म की आबादी 103 करोड़ थी, जो 2050 तक बढ़कर 138 करोड़ हो जाएगी. इस दौरान हिंदू धर्म के अनुयायियों की संख्या में 35 करोड़ का इजाफा होगा, यानी हर साल 7 लाख लोग हिंदू धर्म को मानने वाले बढ़ेंगे.
बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म के अनुयायियों की संख्या 2010 में 48 करोड़ थी, जो 2050 तक घटकर कम हो जाएगी. रिपोर्ट के अनुसार, इस धर्म के अनुयायियों की संख्या हर साल माइनस 37 हजार घटेगी.
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यह रिपोर्ट दर्शाती है कि दुनिया में धर्मों की आबादी में तेजी से बदलाव हो रहा है, खासकर इस्लाम और ईसाई धर्म के मामले में. वहीं, हिंदू धर्म और बौद्ध धर्म की आबादी में भी बदलाव देखने को मिल रहा है. धर्म से जुड़ी न रहने वाले लोगों की संख्या घट रही है, लेकिन कुछ देशों में यह बढ़ भी रही है. इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि आने वाले वर्षों में धर्मों का सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव बढ़ेगा.