बाराबंकी: भारत सरकार के नीति आयोग ने पूरे देश से 500 आकांक्षात्मक विकास खंडों (Aspirational Blocks Programme) का चयन किया है, जिनमें बाराबंकी जिले के दो विकास खंड निंदुरा और पूरेडलई भी शामिल हैं. नीति आयोग ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, आधारभूत संरचना और सामाजिक विकास से जुड़े 40 प्रमुख इंडिकेटर के आधार पर त्रैमासिक जून 2024 की डेल्टा रैंक जारी की. इस रैंकिंग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए पूरेडलई को 1.5 करोड़ रुपये का पुरस्कार दिया गया है.
ये पुरस्कार पूरेडलई के विकास के विभिन्न क्षेत्रों में किए गए उल्लेखनीय कार्यों को मान्यता देने के लिए है. विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, बुनियादी सुविधाएं और कृषि के क्षेत्र में इस विकासखंड ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जिससे यह पुरस्कार मिला है.
इस उपलब्धि पर बाराबंकी के जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा, यह पुरस्कार हमारी टीम के समर्पित प्रयासों का परिणाम है. हमारी टीम ने जमीनी स्तर पर बदलाव लाने और आम जनता को लाभ पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की है. यह सम्मान हमारे सभी प्रयासों के लिए गर्व का क्षण है.
मुख्य विकास अधिकारी अन्ना सुदन ने कहा, नीति आयोग की आकांक्षी विकासखंड योजना का उद्देश्य पिछड़े विकासखंडों में तेजी से विकास करना है. पूरेडलई ने इस योजना के तहत कई मापदंडों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, और उसने अन्य विकास खंडों के लिए एक आदर्श प्रस्तुत किया है.
वहीं, इस आकांक्षी ब्लॉक के BDO शिवजीत ने कहा, यह पुरस्कार टीम वर्क का परिणाम है, जिसमें जिलाधिकारी के मार्गदर्शन, सीडीओ के नेतृत्व और अन्य विभागों, सीएम फेलो और ब्लॉक कर्मचारियों का योगदान शामिल है. यह पुरस्कार न केवल सभी का उत्साह बढ़ाएगा, बल्कि भविष्य में विकास के नए आयाम स्थापित करने के लिए प्रेरित करेगा.
इस पुरस्कार की राशि का उपयोग स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, आधारभूत संरचना और कृषि के क्षेत्र में आगे सुधार और विकास के लिए विस्तृत कार्य योजना बनाने में किया जाएगा. खंड विकास अधिकारी ने कहा, हमारा उद्देश्य इस धनराशि का इस्तेमाल पूरेडलई के और अधिक विकास के लिए करेंगे, ताकि यह विकासखंड भविष्य में और अधिक प्रगति कर सके.
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