संभल: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की निगरानी में लक्ष्मणगंज क्षेत्र में बावड़ी के दूसरे छोर पर खुदाई का काम बीते शुक्रवार से शुरू हो गया है. संभल नगर पालिका की उत्खनन प्रभारी प्रियंका सिंह ने बताया कि यहां रोजाना 40-50 मजदूर काम कर रहे हैं और दोनों शिफ्टों में खुदाई जारी है. इस बीच, संभल जिले के जामा मस्जिद के पास एक नई पुलिस चौकी का निर्माण भी शुरू हो गया है. यह कदम हाल ही में इलाके में हुई हिंसा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. सुरक्षा बढ़ाने के लिए निर्माण स्थल के पास आरएएफ के जवान भी तैनात किए गए हैं.
कुएं और तीर्थ स्थलों को फिर से खोला जा रहा है
संभल के जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राजिंदर पेंसिया ने बताया कि जिले में कुल 87 देव तीर्थ स्थलों में से कई कुओं को अतिक्रमण हटाकर फिर से खोला जा रहा है. इन कुओं और तीर्थ स्थलों को जल संरक्षण के प्राकृतिक संसाधन के रूप में बहाल किया जा रहा है. पेंसिया ने यह भी कहा कि सुरक्षा में सुधार के लिए सीसीटीवी कैमरे और स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं. साथ ही, नियमित रूप से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें अस्थायी अतिक्रमण हटाए जा रहे हैं और स्थायी अतिक्रमण को नोटिस देकर दूर किया जा रहा है.
प्राचीन संरचनाओं का निरीक्षण
एएसआई और स्थानीय प्रशासन की टीम ने हाल ही में संभल के ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया, जिसमें फिरोजपुर किला, बावड़ी और चोर कुआं शामिल हैं. डीएम पेंसिया ने बताया कि नीमसार तीर्थ स्थल के नीचे एक कूप (कुआं) भी देखा गया, जिसमें अभी भी पानी है. इसके अलावा, राजपूत बावड़ियों का भी निरीक्षण किया गया.
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मंदिर की पुनः खोज
14 दिसंबर को जिले में चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान एक पुराने मंदिर की भी पुनः खोज की गई, जिसे 22 दिसंबर को फिर से खोला गया. इसके अलावा, संभल के लाडम सराय इलाके में एक पुराना कुआं भी मिला, जिसे अब बहाल किया जा रहा है. यह अभियान संभल के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को फिर से जीवित करने और स्थानीय समुदाय को उनकी पुरानी धार्मिक परंपराओं से जोड़ने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है.