अमेठी: जिले के मुसाफिरखाना थाना क्षेत्र के औरंगाबाद गांव में 120 साल पुराना पंच शिखर शिव मंदिर मिला है. जिसके बाद धार्मिक विवाद खड़ा हो गया है. आरोप है कि इस मंदिर पर पिछले 20 सालों से मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने कब्जा कर रखा है. यहां पर पूजा-पाठ करने पर रोक लगा दी है. ग्रामीणों का कहना है कि यह मंदिर एक दलित परिवार द्वारा स्थापित किया गया था. जो गांव वालों की आस्था का प्रमुख केंद्र था.
ग्रामीणों का कहना है कि पहले वह मंदिर में पूजा करते थे, लेकिन अब मंदिर में पूजा करने की अनुमति नहीं मिल रही है. जिससे लोगों के बीच आक्रोश देखा जा रहा है. मंदिर में फिर पूजा करने की अनुमति मिले, इसको लेकर बीते सोमवार को अमेठी के भाजपा जिला महामंत्री अतुल सिंह के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम प्रीति तिवारी से भेंट की. साथ ही मामले की शीघ्र जांच करने की मांग की. जिसके बाद मामले की जांच तहसीलदार को सौंप दी गई है. जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
#Amethi : दलित परिवार द्वारा 120 वर्ष पूर्व बनवाए गए शिव मंदिर पर मुस्लिम समाज का कब्जा पिछले 20 साल से मुसलमानों ने पूजा पाठ पर लगाया प्रतिबंध आज एसडीएम से शिकायत….@amethipolice pic.twitter.com/n2qtahsG54
— Anuj Hanumat । अनुज हनुमत (@anuj_hanumat) December 23, 2024
उल्लेखनीय है कि इसके पहले भी यूपी सहित कई राज्यों के विभिन्न जिलों में प्राचीन मंदिर मिल चुके हैं. जिन पर अतिक्रमण किया जा चुका है या फिर वहां हिंदू समाज के लोग पूजा नहीं कर पा रहे हैं. इसके पूर्व संभल में एक शिव मंदिर मिला था, जो बीते 46 सालों से बंद पड़ा था. वहीं बुलंदशहर के खुर्जा में 50 साल पुराना मंदिर का भी पता लगा है, जो 1990 में हुए दंगों के बाद से बंद पड़ा था. अब इस मंदिर में हिंदू समाज के लोगों ने पूजा करने की अनुमति प्रशासन से मांगी है.
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संभल के अलावा वाराणसी में भी पुराने मंदिरों को लेकर विवाद उठ चुका है. यहां मदनपुरा क्षेत्र में 250 साल पुराना एक मंदिर है, जो किसी मुस्लिम व्यक्ति की संपत्ति में दर्ज है. अब इस मंदिर में हिंदू संगठनों ने पूजा की अनुमति मांगी है.