बरेली: जिले के किला थाना क्षेत्र के बाकरगंज में स्थित 250 साल पुराने गंगा महारानी मंदिर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है. इसको लेतर जिला प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस बल की तैनाती की है. हिंदू पक्ष ने प्रशासन के सामने अपने सभी दस्तावेज पेश किए, जबकि कब्जा करने वाले वाहिद अली और उनके परिवार वाले कोई भी प्रमाण नहीं दिखा सके. इसके बाद प्रशासन ने उन्हें एक हफ्ते के अंदर मंदिर परिसर को खाली करने का निर्देश दिया है.
अवैध कब्जा करने वाले वाहिद अली ने प्रशासन को बताया कि वह और उनका परिवार डोली रघुवर दयाल समिति के चौकीदार के रूप में वहां रह रहे थे. हालांकि, समिति के सचिव विकास कुमार ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा कि मंदिर परिसर में अब कोई कार्यालय नहीं है, चौकीदार के रूप में उनका परिवार वहां रहने का हकदार नहीं था. विकास कुमार ने साफ किया कि अगर वाहिद अली और उनका परिवार मंदिर परिसर खाली नहीं करता है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन की जांच में यह खुलासा हुआ कि मुस्लिम समुदाय के लोग अवैध रूप से गंगा महारानी मंदिर के परिसर में रह रहे थे. कोऑपरेटिव सोसाइटी के सचिव विकास शर्मा ने बताया कि वहां दो कमरे किराए पर लिए गए थे, जो 2022 में सरकारी भवन बनने के बाद खाली कर दिए गए थे. उस समय वाहिद अली से मंदिर परिसर को खाली करने को कहा गया था, लेकिन वह अवैध रूप से वहां परिवार के साथ रह हा है.
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मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
गंगा महारानी मंदिर 250 साल पुराना है. 1950 के बाद यहां पूजा अर्चना बंद हो गई थी. अब प्रशासन ने मंदिर परिसर को खाली कराकर उसकी स्वच्छता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की योजना बनाई है.