बलरामपुर: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में कई महिलाओं ने अंग्रेजों के खिलाफ अपने जीवन की आहुति दी, लेकिन इन वीरांगनाओं में से, कुछ को उतना सम्मान नहीं मिला, जितनी वे हकदार थीं. उन्हीं में से एक थीं, बलरामपुर जिले के तुलसीपुर स्टेट की रानी राजेश्वरी देवी. उनकी बहादुरी की कहानी इतिहास में तो दर्ज है, लेकिन उन्हें कम ही लोग जानते हैं. रानी राजेश्वरी देवी ने रानी लक्ष्मीबाई की तरह अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया और अपने राज्य की रक्षा के लिए जंगलों में छिपकर भी संघर्ष किया.