लखनऊ/संभल: बाबरी विध्वंस (6 दिसंबर) की 32वीं सालगिरह के मौके पर उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. आज जुम्मे की नमाज भी है, जिसको देखते हुए और सतर्कता बरती जा रही है. खासकर संभल जिले में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, क्योंकि यहां 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद हिंसा भड़क गई थी, जिसमें 5 लोग मारे गए थे और 20 पुलिसवाले घायल हुए थे.
पुलिस ने इस हिंसा में शामिल 34 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 400 से अधिक संदिग्धों की पहचान की गई है. संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि जिले में स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पीस कमेटी का पुनर्गठन किया गया है, जिसमें दोनों समुदायों के सम्मानित लोग शामिल किए गए हैं. इसके अलावा, मौलानाओं और धार्मिक नेताओं से बातचीत जारी है ताकि हिंसा की पुनरावृत्ति को रोका जा सके.
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एसपी ने यह भी कहा कि हमने आरपीएफ और PAC की अतिरिक्त टुकड़ी को जिले भर में तैनात किया है. साथ ही, जो लोग हालिया हिंसा में शामिल थे, उनसे हमारी अपील है कि वे आगे आकर शांति बनाए रखने का वादा करें. हमें सबूतों के आधार पर सख्त कार्रवाई करने का अधिकार है. यूपी पुलिस ने इस बार किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरी तैयारियां की हैं और किसी भी तरह के उल्लंघन को गंभीरता से लिया जाएगा.