मुंबई: महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गृह मंत्रालय अब भाजपा के पास रहेगा, जिसको लेकर शिवसेना प्रमुख व कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मान गए हैं. अब शिवसेना को शहरी विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी जा सकती है. हालांकि इस सियासी हलचल के बीच एनसीपी नेता अजित पवार ने भी अपनी मांगों को तेज कर दिया है, कहा जा रहा है कि वह भी शिवसेना की तरह ही कोई बड़ा मंत्रालय चाहते हैं
अजित पवार ने शिवसेना को मिले मंत्रालय के बराबर एक विभाग की मांग की है. एनसीपी प्रमुख अजित पवार का कहना है कि उनकी पार्टी ने राज्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उन्हें भी वैसा ही मंत्रालय मिलना चाहिए जैसा शिंदे की शिवसेना को मिला है. इससे पहले, भाजपा और शिवसेना के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर सहमति बन चुकी है, लेकिन अब अजित पवार की मांग ने सियासी उलझन बढ़ा दी है.
5 दिसंबर को होना है शपथ ग्रहण
महाराष्ट्र में 5 दिसंबर को आजाद मैदान में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा. इससे पहले, 4 दिसंबर को मुंबई में भाजपा विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के नामों का औपचारिक रूप से ऐलान किया जाएगा. इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जा सकता है. साथ ही उन्हें राज्य के अगले सीएम के रूप में भी देखा जा रहा है.
महायुति के नेताओं ने की बैठक
महायुति के नेताओं ने आज मंगलवार को चंद्रशेखर बावनकुले के बंगले पर बैठक की, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरीश महाजन, प्रवीण दरेकर, शिवसेना से गुलाबराव पाटिल, और एनसीपी से अनिल पाटिल शामिल हुए. बैठक में सीएम और कैबिनेट मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों पर चर्चा की गई.
यह भी पढ़ें: आज से शुरू होगी सुखबीर सिंह बादल की धार्मिक सजा, गुरुद्वारे में बनाएंगे भोजन और करेंगे पहरेदारी
सीएम और डिप्टी सीएम के नाम लगभग तय
महाराष्ट्र के सियासी हलकों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, सीएम और डिप्टी सीएम के नाम लगभग तय हो चुके हैं. भाजपा विधायक देवेंद्र फडणवीस को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, एकनाथ शिंदे और अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया जाना लगभग तय हैं. हालांकि इसके बाद भी सियासी गलियारों में कयास बाजी जारी है कि भाजपा महाराष्ट्र में कोई सरप्राइज भी दे सकती है, जैसा कि पहले भी कई बार (मध्य प्रदेश और राजस्थान) में देखने को मिला था.