बदायूं- उत्तर प्रदेश में संभल में जमा मस्जिद को लेकर हुई हिंसा अभी शांत नहीं हुई थी कि अब बदायूं का शम्सी जामा मस्जिद विवाद एक बार फिर चर्चे में आ गया है. यहां पर शम्सी जामा मस्जिद और नीलकंठ मंदिर में आज कोर्ट में सुनवाई होगी. ये विवादित मामला पहली बार कोर्ट में 2022 में गया था.
बात दें, बदायूं के हिन्दू पक्ष ने ये दावा किया है कि शम्सी जामा मस्जिद को यहां के नीलकंठ महादेव मंदिर को तोड़कर तब बनाया गया है. इस मामले को लेकर हिन्दू और मुस्लिम दोनों पक्षों को नोटिस जारी की गई थी. आज इसी मामले में जिला कोर्ट में सुनवाई होनी है. सुनवाई के लिए स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट का भी गठन किया गया है. इस अदालत में मुस्लिम पक्ष और हिन्दू पक्ष के वकीलों को बहस के लिए बुलाया गया है.
#WATCH | On Budaun’s Jama Masjid Shamsi case, advocate representing the Muslim side, Asrar Ahmed Siddiqui says, “The case that has been filed is fake. It has been done to disturb the peace. They (the Hindu side) have no rights over this mosque…” pic.twitter.com/fafoH74vkI
— ANI (@ANI) December 3, 2024
इस विवाद पर दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात कह रहे हैं. हिन्दू पक्ष दावा कर रहा है कि नीलकंठ महादेव मंदिर को तोड़कर शम्सी जामा मस्जिद को बनाया गया है. वहीं, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मस्जिद बनने के दौरान यहां पर किसी भी मंदिर और मूर्ति के होने के कोई भी सबूत नहीं मिले हैं. साथ ही मुस्लिम पक्ष ने ये भी दावा किया है की बादशाह शमशुद्दीन अल्तमश जब बदायूं आए थे, कुछ दिन रहने के बाद उन्होंने अल्लाह की इबादत करने के लिए यहां पर मस्जिद का निर्माण करवाया था. मंदिर होने के जो भी दावे किये जा रहे हैं, वो सभी झूठ हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने जारी किया बयान
AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस विवाद पर ट्वीट करके अपना बयान जारी किया है. ओवैसी ने कहा- ‘आने वाली पीढ़ी को ‘AI’ की पढ़ाई के जगह ‘ASI’ की खुदाई में व्यस्त किया जा रहा है.’
बदायूं उत्तर प्रदेश की जामा मस्जिद को भी निशाना बनाया गया है । अदालत में 2022 में केस किया गया था और उसकी अगली सुनवाई 3 दिसंबर को होगी। ASI (जो भारत सरकार के तहत काम करती है) और उ.प्र सरकार भी केस में पार्टी हैं । दोनों सरकारों को 1991 एक्ट के अनुसार अपनी बात रखनी होगी।शर पसंद…
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) November 30, 2024
संभल में भी चल रहा है विवाद
इसी तरह का एक और विवाद संभल में भी चल रहा है. संभल में हिन्दू पक्ष ने दावा करते हुए कहा है कि यहां की जामा मस्जिद को बनवाने के लिए मंदिर को तोड़ा गया है. इस मामले पर कोर्ट के आदेश के बाद जब टीम सर्वे के लिए वहां पहुंची तो हंगामा शुरू हो गया. साथ ही कुछ लोगों ने पुलिस के ऊपर पथराव के साथ फायरिंग भी शुरू कर दी थी. इस हिंसा में 4 से 5 लोगों की मौत हो गई थी.
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