अयोध्या: रामनगरी से 26 नवंबर को नेपाल के जनकपुर के लिए 300 लोगों की भव्य बारात निकाली थी, जो 3 दिसंबर को जनकपुर पहुंच जाएगी. इसके अलावा, 6 दिसंबर को रामनगरी में 12 से अधिक मंदिरों से भगवान श्रीराम की भव्य बारात निकाली जाएगी. इसके बाद जनवरी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का वार्षिक उत्सव मनाया जाएगा, जो अयोध्या के लिए विशेष महत्व रखता है.
3 दिसंबर को राम बारात पहुंचने के बाद 6 दिसंबर विवाह पंचमी के दिन राम विवाह संपन्न होगा. इसको लेकर जनकपुर में तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है. भगवान राम और सीता का विवाह होने के साथ-साथ, 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के एक वर्ष भी पूरे हो जाएंगे. इसको लेकर वार्षिकोत्सव मनाने की भी तैयारियां की जा रही हैं.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
आगामी महाकुंभ और रामनगरी में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा की वार्षिक उत्सव को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद अयोध्या धाम में सुरक्षा को और कड़ा किया गया है, यहां आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की जांच की जा रही है. साथ ही अब अयोध्या में विभिन्न क्षेत्रों से आए दुकानदारों का वेरिफिकेशन भी शुरू कर दिया गया है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
अयोध्या में सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं और यहां के दुकानदारों का पहचान पत्र के माध्यम से डाटा तैयार किया जा रहा है. सीओ अयोध्या, आशुतोष तिवारी ने बताया कि राम मंदिर क्षेत्र में बड़ी संख्या में बाहरी दुकानदारों की मौजूदगी है और इन सभी का वेरिफिकेशन किया जा रहा है. यह कदम अयोध्या की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
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महाकुंभ का असर भी रामनगरी पर
महाकुंभ मेला में भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचेंगे, लेकिन इसी दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या धाम का भी रुख करेंगे. पुलिस-प्रशासन का पूरा फोकस सुरक्षा व्यवस्था पर है, ताकि सभी आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके.