नई दिल्ली: आज बुधवार को संसद के शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन भी विपक्षी सासंदों के हंगामे की भेंट चढ़ गया. सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही प्रारंभ हुई. लेकिन विपक्षी सांसदों ने जोरदारा हंगामा किया. इसी हंगामे के बीच प्रश्नकाल के दौरान भाजपा सांसद अरुण गोविल ने सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील कंटेंट के प्रसारण का मुद्दा उठाते हुए चिंता जाहिर की. उन्होंने इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की.
आज संसद सत्र के दौरान मैंने माननीय मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी से, सोशल मीडिया, ओटीटी और विदेशी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लीलता, असामाजिक और हिंसक कंटेंट दिखाए जाने के कारण समाज में बढ़ते हुए अपराध के समाधान के लिए सरकार की ठोस रणनीति और कड़ा कानून बनाए जाने का आग्रह किया। जनता के… pic.twitter.com/rjW5IyIwTv
— Arun Govil (@arungovil12) November 27, 2024
अरुण गोविल के प्रश्नों का जवाब देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इस मामले में मौजूदा कानूनों को और सख्त करने की जरूरत है. सरकार इस दिशा में गंभीर प्रयास कर रही है. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमारे देश की संस्कृति और उन देशों की संस्कृति के बीच काफी अंतर है, जहां ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील सामग्री प्रसारित होती है. उन्होंने इस मुद्दे पर एक स्थायी समिति से चर्चा की आवश्यकता की बात की और कहा कि इस पर आम सहमति बनानी होगी.
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मंत्री अश्ननी वैष्णव ने बताया कि सोशल मीडिया पर भी अश्लील सामग्री चल रही है और इसके नियंत्रण के लिए नई नीति का मसौदा तैयार किया जा रहा है. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि पहले किसी भी कंटेंट को पब्लिश करने से पहले संपादकीय टीम होती थी, जो सुनिश्चित करती थी कि कंटेट में अश्लील सामग्री न हो, लेकिन अब यह व्यवस्था नहीं है. इसके कारण सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अनुशासन का अभाव हो गया है. उन्होंने इस पर चिंता जताते हुए इसे विनियमित करने के लिए एक प्रभावी नीति बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया.