कानपुर: जिले में एक मानव तस्करी गैंग सक्रिय होने की एक बड़ी घटना उजागर हुई है. आरोप है कि एक युवक को थाईलैंड में नौकरी दिलाने का झांसा देकर म्यांमार में बंधक बना लिया गया. युवक के भाई ने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही युवक की वतन वापसी के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क साधा है.
यह पूरा मामला कानपुर नगर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र का है. यहां के रहने वाले दीपेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि उनका भाई शिवेंद्र दादा नगर में मार्केटिंग का काम करता था. इसी दौरान उसकी मुलाकात संदीप नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने उसे थाईलैंड में अच्छी सैलरी वाली नौकरी दिलाने का झांसा दिया. आरोप है कि संदीप ने शिवेंद्र को थाईलैंड भेजने की बात की, लेकिन उसे थाईलैंड में काम न दिलाकर म्यांमार के एक जंगल में बंधक बना लिया.
मंगलवार को पुलिस ने पंजाब से संदीप कुमार शर्मा और करनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया. एसीपी अभिषेक पांडेय के मुताबिक, संदीप शर्मा पहले इमीग्रेशन का काम करता था और उसने अपने साथी रमनदीप की मृत्यु के बाद कुछ समय पहले एक व्यक्ति से संपर्क किया, जिसने उसे थाईलैंड में काम दिलाने का ऑफर दिया. इसके बाद, संदीप और करनदीप ने मिलकर शिवेंद्र का ऑनलाइन इंटरव्यू लिया और उसे बिना वैध दस्तावेजों के म्यांमार भेज दिया.
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने शिवेंद्र को पहले थाईलैंड भेजा, बाद में वहां से बिना वैध दस्तावेजों के म्यांमार भेजा दिया. यहां एक कॉल सेंटर में काम पर लगा दिया था. इसके बदले, आरोपियों ने शिवेंद्र का पहला महीना का पूरा वेतन और कंपनी से अतिरिक्त पैसे लेने का भी प्लान बनाया था. फिलहाल, युवक का अपने परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है और उसके भाई ने उसे बंधक बनाए जाने की आशंका जताई है.
पुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की और गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटा रही है. यदि गिरोह में अन्य लोग शामिल हैं, तो पुलिस उन्हें जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजेगी. पुलिस ने बताया कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क कर युवक के वतन वापसी की प्रक्रिया शुरू कर दी है.