लखनऊ; यूपी में तापमान गिरने के चलते ठंड बढ़ने लगी है. उत्तर प्रदेश सहित पूरा उत्तर भारत धीरे-धीरे ठंड की चपेट में आ चुका है. लगातार तापमान में गिरावट के चलते यूपी के कई जिलों में कोहरे का प्रकोप देखने को मिल रहा है. जिससे सुबह के समय दृश्यता में कमी आ रही है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट की संभावना है. साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी भी हो सकती है. जिससे मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ेगी.
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की सर्दी का दौर अब पूरी तरह से शुरू हो चुका है. पछुआ हवाओं के कारण पूरे प्रदेश में ठंडक बढ़ने लगी है. शहरों की अपेक्षा ग्रामीण इलाकों में ठंड और कोहरे की स्थिति अधिक गंभीर हो गई है. यूपी में अब तक न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक घिर चुका है.
मौसम विभाग के अनुसार, 19, 20 और 21 नवंबर तक कोहरे की स्थिति बनी रह सकती है. हालांकि, 22 और 23 नवंबर को मौसम में खास बदलाव की उम्मीद नहीं है, फिर भी कोहरा बना रहेगा. अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क रहने की संभावना है. सर्दी और कोहरे के इस बढ़ते दौर के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों में वायु प्रदूषण भी बढ़ चुका है.
गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, लखनऊ और आगरा जैसे शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है. गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 390, नोएडा का 359, मेरठ का 312, लखनऊ का 298 और आगरा का 103 रिकॉर्ड किया गया है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं. हवा में धूल कणों और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा अत्यधिक बढ़ गई है, जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है.
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सावधानी बरतने की अपील
मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. बढ़ती ठंड, कोहरा और खराब वायु गुणवत्ता के कारण, खासकर बच्चों, बुजुर्गों और श्वसन समस्याओं से पीड़ित व्यक्तियों को घर से बाहर निकलने में सावधानी बरतनी चाहिए. सड़क पर निकलते समय वाहन चलाते वक्त भी कोहरे से दृश्यता कम होने के कारण अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.