लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 से 20 दिसंबर के बीच आयोजित हो रहा है. इसको लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई है. लेकिन इसी बीच विधानसभा और राजभवन की सुरक्षा को बढा दिया गया है. विधानसभा की सुरक्षा अब पहले से कहीं अधिक सख्त की जा रही है. लखनऊ के पुलिस कमिश्वर अमरेंद्र सिंह सेंगर के निर्देश पर विधानसभा और राजभवन को सुरक्षा की दृष्टि से 4 जोन में बांटा गया है. यह सुरक्षा इस लिहाज से भी बढ़ाई गई है, क्योंकि पिछले दिनों विधानसभा के पास आत्मदाह की घटना हुई. अब ऐसी घटना न हो जिसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है.
सुरक्षा बढ़ाने के लिए चार जोन बनाए गए
राजभवन और विधानसभा के आसपास बढ़ती आत्मदाह की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए, अब इन क्षेत्रों को चार प्रमुख जोन में बांट दिया गया है. इन जोनों में निगरानी रखने के लिए 156 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा, जिनमें 12 दारोगा, 117 आरक्षी और 24 महिला आरक्षी शामिल हैं. खास बात यह है कि सुरक्षा कर्मियों को फायर उपकरण और बाइक के साथ तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके.
आत्मदाह की घटनाओं पर नियंत्रण
पिछले कुछ समय में विधानसभा और राजभवन के सामने आत्मदाह की कुल 14 घटनाएं हुईं, जिनमें से ज्यादातर घटनाओं को सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते रोका. हालांकि दो लोगों की जान भी चली गई. इन घटनाओं से सबक लेते हुए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने का फैसला किया है. डीसीपी मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि पूरे परिसर को विधानभवन, राजभवन, गोल्फ क्लब चौराहा और गौतमपल्ली चार जोन में बांट दिया गया है.
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पुलिस तैनाती और अलर्ट सिस्टम
इन चारों जोनों में विशेष रूप से एक इंस्पेक्टर, 12 दारोगा, 117 आरक्षी और 24 महिला आरक्षी तैनात होंगे. इनमें से दो महिला आरक्षी सादी वर्दी में भी तैनात रहेंगी. सुरक्षा बलों का एक प्रमुख उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अगर कोई व्यक्ति आत्मदाह की कोशिश करता है, तो उसे तुरंत रोका जा सके. इसके अलावा, किसी भी अलर्ट पर तुरंत ध्यान दिया जाएगा और संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी. इस निर्णय के बाद विधानसभा और राजभवन परिसर में सुरक्षा को और मजबूत किया गया है, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने में मदद मिलेगी.