प्रयागराज; संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है. इससे पूर्व के कुंभ मेले के आयोजन में गंगा नदी में आए बाढ़ के पानी ने कई जगहों पर समस्या खड़ी कर दी थी. इस बार इस समस्या से बचने के लिए ड्रेजिंग मशीनों को गंगा नदी में उतार कर नदी को एक ही धार में बहाने का काम शुरू कर दिया गया है. प्रशासन के इस प्रयास से गंगा की धारा एक हो जाएगी.
बता दें कि लगभग 4,000 हेक्टेयर में लगने वाले कुंभ मेले की बसावट की प्राथमिक रूपरेखा मेला प्रशासन ने तैयार कर ली है. इसके तहत मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटते हुए आवश्यक इंतजाम किए जा रहे हैं. कुंभ मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि संगम क्षेत्र में 60 प्रतिशत घाट कटान के कारण पहले से प्रभावित हैं. इससे जगह में कमी आ रही है. ड्रेजिंग से हमें मेले की बसावट में सुविधा मिलेगी साथ ही मेला देखने में भी अच्छा लगेगा.
मेला अधिकारी ने बताया कि साल 2019 के कुंभ में इसी तरह गंगा की धारा पर काम किया गया था. उस दौरान भी इसमें कामयाबी मिली थी. मेला बसावत में किसी प्रकार की भी दिक्कत माही आई थी. इसे लेकर गंगा नदी की दो से तीन धाराओं को एक धारा में बदलने का काम किया जा रहा है. इससे तीन धाराओं में बहने वाली गंगा केवल एक ही धारा में बहेगी.
मेला अधिकारी ने बताया कि अलग-अलग धाराओं में नदी के बहने के कारण बीच-बीच में टापू निकल आते हैं. इन टापू की वजह से मेले को बसाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. नदी की धारा एक होने से मेले को बसाने के लिए पर्याप्त जगह मिल जाती है.