मॉस्को: भारत जहां अपने देश में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए परिवार नियोजन के तमाम उपायों को अपने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा है. वहीं, रूसी सरकार अपने देश में घटती शिशु दर से चिंतित है. इसको देखते हुए रूस की सरकार ‘सेक्स मंत्रालय’गठित करने की योजना पर विचार कर रही है. इस मंत्रालय का काम रूस के नागरिकों को सेक्स और प्रजनन के प्रति जागरूक करना और बच्चे पैदा करना है. साथ ही मंत्रालय द्वारा लोगों को बच्चे पैदा करने पर प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी.
सेक्स मंत्रालय की स्थापना का कारण
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन लंबे समय से यह आह्वान करते रहे हैं कि रूस की महिलाएं अधिक बच्चे पैदा करें, ताकि देश की जनसंख्या में वृद्धि हो सके. अब पुतिन सरकार ने इस दिशा में एक साहसिक कदम उठाते हुए सेक्स मंत्रालय की स्थापना का निर्णय लिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मंत्रालय का उद्देश्य न केवल जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देना है, बल्कि लोगों की कामवासना को भी जागृत करना है.
रूसी लोगों में कम हो रही कामवासना
रूस में शिशु जन्म दर में तेजी के साथ गिरावट आई है. इसके पीछे कई सामाजिक व आर्थिक वजह हैं. हाल ही में एक सर्वेक्षण में यह सामने आया कि रूस के नागरिकों (महिलाओं और पुरुषों दोनों में) में कामवासना की कमी पाई गई है. ब्रिटिश मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के साथ जारी युद्ध में रूस के अब तक 6 लाख सैनिक मारे जा चुके हैं. इसके कारण वहां के लोग चिंता, अनिश्चित भविष्य से जुड़ी समस्याओं स परेशान हैं. जिसके कारण जीवनशैली में बदलाव के कारण वहां के लोग बच्चा पैदा करने की ओर कम आकर्षित हो रहे हैं, जो जन्म दर में गिरावट का मुख्य कारण है.
सेक्स मंत्रालय के कार्य और योजनाएं
रूस की सरकार अब इन समस्याओं का समाधान करने के लिए एक नया मंत्रालय स्थापित कर रही है, जो नागरिकों को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित करेगा. इसके लिए मंत्रालय कुछ अनोखे कदम उठाने की योजना बना रहा है, जो निम्न प्रकार से हैं.
1. मंत्रालय का एक प्रस्ताव है कि रात 10 बजे से 2 बजे तक घरों की लाइट्स और इंटरनेट को बंद कर दिया जाएगा, ताकि लोग एक-दूसरे के साथ संबंध बनाने के लिए प्रेरित हों और इससे जनसंख्या में वृद्धि हो.
2. सेक्स मंत्रालय महिलाओं को उनके कार्यस्थल पर सेक्स और संबंध बनाने से संबंधित टिप्स देगा. ताकि वे इस विषय में अधिक जागरूक हों और परिवार का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित हों.
3. सरकार की तरफ से जो जोड़े पहला बच्चा पैदा करेंगे, उन्हें 5000 रूबल (करीब 4,395 भारतीय रुपये) की राशि दी जाएगी. जैसे-जैसे बच्चे होंगे, यह प्रोत्साहन राशि बढ़ती जाएगी.
4. 18 से 23 साल की शादीशुदा युवतियों को विशेष रूप से बड़ी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जो कि 10,000 रूबल से अधिक हो सकती है, ताकि वे जल्द से जल्द बच्चा पैदा करने के लिए प्रेरित हों.
5. सरकार यह प्रस्ताव भी लाएगी कि शादी के पहली रात के लिए कपल को सरकार की तरफ से एक होटल में कमरा बुक करवा दिया जाएगा. इसके लिए कपल को 26,300 रूबल (लगभग 23,119 भारतीय रुपये) दिए जाएंगे.
6. महिलाओं को घर में बच्चों का पालन-पोषण और काम करने के लिए एक बड़ी प्रोत्साहन राशि देने का प्रस्ताव भी तैयार किया जा रहा है.
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यह कदम कितना प्रभावी होगा?
रूस की घटती जनसंख्या और कामवासना के मुद्दे को लेकर उठाए जा रहे इस कदम की दुनियाभर में चर्चा हो रही है. हालांकि, इस तरह की योजनाएं कितनी कारगर साबित होंगी, इस पर प्रश्नचिन्ह उठाए जा रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि केवल वित्तीय प्रोत्साहन से लंबे समय तक जनसंख्या वृद्धि को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है. इसके लिए सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण में बदलाव की भी आवश्यकता होगी. हालांकि, रूस की सरकार इन उपायों को बेहद गंभीरता से लागू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.