शाहजहांपुर; खुद को आर्मी का कैप्टन बताने वाले एक ठग को निगोही पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी खुद को इंडियन आर्मी का कैप्टन बता कर 50,000 रु० ठगना चाहता था. दसवीं पास युवक ने सेना की वर्दी में होने के चलते पुलिस पर भी रौब जमाने की कोशिश की लेकिन ऐसा हो न सका. पुलिस के सख़्ती दिखाने पर आरोपी ने सच्चाई उगल दी.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. मऊ खालसा का रहने वाला रवि नामक एक युवक सैन्य अधिकारियों के घर में खाना बनाने का कार्य करता था. वहां से उसने सेना के अधिकारियों का रहन-सहन और बातचीत करने का तरीका सीख लिया. जिसके बाद वहां से आकर वह अपने गांव में व आस-पास के गांवों में अपनी रौब जमाता था और खुद को भारतीय थल सेना का कैप्टन बताता था.
सूत्रों के मुताबिक पीलीभीत जिले के थाना सुनगढ़ी के गांव गयाबोझ निवासी चंदन का भाई कुछ महीने पहले हत्या के मामले में जेल चला गया था. जिसको लेकर चंदन से थाना सदर बाजार के मऊ खालसा निवासी रवि ने संपर्क किया और खुद को भारतीय थल सेना का कैप्टन बताया. रवि ने पीलीभीत पुलिस थाने में अपनी पहुंच बताकर चंदन के भाई को छुड़वाने के नाम पर 50 हजार रुपये की मांग की थी. जिसके बाद बीते रविवार को चंदन ने रुपये देने के लिए उसे बीसलपुर बुलाया था. लेकिन आरोपी ने बहाना बना कर उसे टिकरी गावं के पास बुलाया.
बातचीत में शक होने पर चंदन के साथ आया एक युवक पास की चौकी पर पहुँच गया और फर्जी सेना अधिकारी के बारे में पुलिस को जानकारी दी. जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और रवि से पूछताछ करने लगी. जिस पर उसने दरोगा पर रौब गांठना शुरू कर दिया. उसने दरोगा से कहा कि मैं एनडीए पास कमीशन प्राप्त अधिकारी हूं. सेना के अधिकारी के अंदाज में बातचीत करने पर कुछ देर के लिए दरोगा साहब भी सकपका गए.
चौकी से आए दरोगा ने निगोही इंस्पेक्टर से संपर्क किया. निगोही इंस्पेक्टर ने उच्च अधिकारियों को सूचना दी. जिसके बाद सेना के अफसर से बात की गई तब पता चला कि वह खुद को फर्जी का कैप्टन बता रहा है. वहीं दरोगा ने उससे एनडीए का फुल फार्म पूँछा तो वह नहीं बता सका. जिसके बाद पुलिस उसे थाने ले आई.
घटना की जानकारी देते हुए सीओ सदर प्रयांक जैन ने बताया कि खुद को भारतीय थल सेना का कैप्टन बताने वाले रवि को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी