लखनऊ: CM योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ में प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि 12 वर्षों के बाद आयोजित हो रहे इस महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता पिछले सभी कुंभ पर्वों से कहीं अधिक होगी. यह आयोजन पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा और विविध सामाजिक ताने-बाने का अनुभव कराएगा.
CM योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंगलवार को लखनऊ में प्रयागराज महाकुंभ, अयोध्याधाम विकास और नैमिषारण्य धाम में पर्यटन विकास पर जारी और प्रस्तावित परियोजनाओं की समीक्षा की. इस बैठक में प्रदेश के मुख्य सचिव और विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने-अपने विभागों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की.
महाकुंभ को लेकर विशाल तैयारियां
CM योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2019 के कुंभ में 5,721 संस्थाओं का सहयोग मिला था, जबकि इस बार लगभग 10,000 संस्थाएं एक साथ मिलकर कार्य कर रही हैं. महाकुंभ का मेला क्षेत्र 4,000 हेक्टेयर में फैला होगा, जिसमें 25 सेक्टर बनाए जा रहे हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं, जैसे 12 किमी लंबा घाट, 1,850 हेक्टेयर पार्किंग, 450 किमी चकर्ड प्लेट, 30 पांटून पुल, 67,000 स्ट्रीट लाइट, 1,50,000 शौचालय, 1,50,000 टेंट और 25,000 से अधिक सार्वजनिक आवास शामिल हैं. महाकुंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने विशेष स्नान पर्वों, जैसे पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा, और महाशिवरात्रि के दौरान सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष कार्य योजनाएं तैयार करने का निर्देश दिया।
पर्यटन विकास की दिशा में कदम
मुख्यमंत्री योगी ने हनुमान मंदिर कॉरिडोर, अक्षयवट पातालपुरी, सरस्वती कूप, भारद्वाज आश्रम, और अन्य पवित्र स्थलों के पर्यटन विकास की प्रगति की जानकारी केंद्रीय मंत्री को दी और सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि ये कार्य 30 नवंबर तक पूरे कर लिए जाएं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि महाकुंभ में सभी श्रद्धालुओं को अविरल और निर्मल गंगा में स्नान की सुविधा मिल सके, इसके लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और नदी में जीरो डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जा रहा है.
नगर विकास, सिंचाई, और पर्यटन विभागों की परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी – केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने प्रयागराज महाकुंभ की कार्ययोजना का अवलोकन करते हुए कहा कि CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में तैयार योजना सभी आवश्यक तत्वों को समाहित करती है. उन्होंने विश्वास जताया कि नगर विकास, सिंचाई, और पर्यटन विभागों की परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी.
आवश्यक तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध हों
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए सूचना, स्वच्छता, संचार, और सुरक्षा पर जोर दिया. उन्होंने महाकुंभ के दौरान पर्यटकों की सुविधा के लिए मोबाइल एप विकसित करने को आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि पर्यटकों को सही जानकारी देने के लिए QR कोड और वन टच हेल्प की सुविधा भी प्रदान की जानी चाहिए.
उन्होंने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अन्य पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित करने के लिए एक टूअर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया. सांस्कृतिक कार्यक्रमों के समन्वय के लिए एक समिति गठित करने और उनके प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया गया.
अयोध्याधाम और नैमिषारण्य के विकास पर भी जोर
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने नैमिषारण्य और अयोध्याधाम के विकास के लिए योजनाओं की समीक्षा की. नैमिषारण्य में वेद विज्ञान केंद्र की स्थापना और पर्यटकों के लिए हेलिपोर्ट निर्माण के कार्यों पर भी चर्चा हुई.
CM ने नैमिषारण्य-मिश्रिख में चक्रतीर्थ के प्रवेश द्वारों को कॉरीडोर के रूप में विकसित करने और माँ ललिता देवी कॉम्प्लेक्स के निर्माण की प्रक्रिया का उल्लेख किया. इस परियोजना में एंट्रेंस पवेलियन, विजिटर फैसिलिटी सेंटर, आरती के लिए वेदियों का निर्माण और मिश्रिख में महादेव मंदिर की सुविधा शामिल है। सीताकुंड का जीर्णोद्धार और हेलीपोर्ट का निर्माण भी चल रहा है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अयोध्याधाम विकास के लिए ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ की प्रगति की समीक्षा की और ‘नव्य अयोध्या’ परियोजनाओं की समयबद्धता पर जोर दिया. सभी निर्माण कार्यों को तय समय में पूरा करने के निर्देश दिए गए.
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