लाहौर- पाकिस्तान के शहर लाहौर में एक पुस्तक मेले का आयोजन किया गया. यहां पर आयोजनकर्ताओं ने किताबों की प्रदर्शनी के साथ-साथ लोगों के खाने-पीने की भी व्यवस्था की थी. लेकिन पाकिस्तान के लोगों में खाने की लालच तो देखिए. इस प्रदर्शनी में किताबें तो केवल 35 बिकीं, लेकिन 800 से अधिक प्लेट बिरयानी और 200 से अधिक प्लेट शावरमा जरूर बिक गया.
इस किताबों की प्रदर्शनी में आयोजकों को खाने-पीने की व्यवस्था बहुत भारी पड़ गई. किताबें तो सिर्फ 35 बिकीं मगर खाने-पीने का सामान खूब बिका जिससे सामान बेंचने वाले दुकानदारों की चांदी हो गई. इस किताबों की प्रदर्शनी में ऐतिहासिक रूप से फैज अहमद, हसन मंटो जैसे बड़े लेखकों की किताबों को शामिल किया गया था. इसके बावजूद भी पाकिस्तान के लोगों ने किताबों में रुचि न दिखाकर खाने-पीने के सामान में अधिक रुचि लेना जरूरी समझा.
इस प्रदर्शनी को लेकर सीएच.एम नायडू ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट भी जारी किया है.
At a recent book fair in #Pakistan, the focus on literature was eclipsed by food stalls.
According to local reports, only 35 books were sold at the #Lahorebookfair, while attendees bought over 1,200 #shawarmas and more than 800 plates of #biryani at the event. pic.twitter.com/kxUF82XeLJ— Ch.M.NAIDU (@chmnaidu) October 22, 2024
इस खबर के बाद से, सोशल मीडिया पर लोग तरह- तरह की बातें कर रहे हैं. जिससे पाकिस्तान का काफी मजाक बन रहा है. लोग कमेन्ट करते हुए लिख रहे हैं, पाकिस्तान में भूखे और जाहिलों की भरमार है. इस देश में पढ़ने- लिखने से किसी को मतलब नहीं है. लोगों का कहना है पाकिस्तान में लश्कर ए तैयबा, पाकिस्तान तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान, जैश ए मोहम्मद, जैसे सिर्फ आतंकी संगठन ही पनप सकते हैं शिक्षा नहीं. इसलिए ऐसी जगह पर शिक्षा से जुड़ी कोई भी प्रदर्शनी या कार्यक्रम करना बेकार ही है.
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