बुलंदशहर- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से दिल को दहला देने वाली खबर सामने आई है. यहां पर बीते सोमवार की रात को ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से दो मंजिला इमारत जमींदोज हो गई. इस हादसे में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई. वहीं अन्य 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज जारी है.
बात दें, बुलंदशहर के सिकंदराबाद कस्बे के गुलावठी रोड स्थित आशापुरी कॉलोनी में बीती रात को एक बड़ा हादसा हो गया. यहां पर एक घर में ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से जबरदस्त विस्फोट हो गया. विस्फोट इतना भयानक था कि दो मंजिला इमारत जमींदोज हो गई. जिसके मलबे में एक ही परिवार के 26 लोग दब गए.
रात को करीब 8 बजे एक घर से भयानक धमाके की आवाज आई. जिससे पूरे इलाके के लोग दहल गए. लोगों ने जब घर के बाहर निकलकर देखा तो हर तरह धुआं ही धुआं था और दो मंजिला इमारत जमींदोज हो चुकी थी. जिसके मलबे में दबने से एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई. साथ ही 3 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, अन्य 17 लोगों को मलबे से निकालने के लिए देर रात तक राहत एवं बचाव कार्य चला.
इस विस्फोट में जमींदोज हुई इमारत के मलबे में दबे एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई. हादसे में परिवार के मुखिया, उनकी पत्नी, दो बेटे समेत अन्य लोगों की मौत हो गई. साथ ही मलबे में दबे अन्य 17 लोगों को निकालने के लिए देर रात तक फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ के जवान जुटे रहे. मलबे में दबने से घायल हुए लोगों में कुल 3 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
कॉलोनी के पड़ोसियों ने बताया, रात करीब 8 बजे एक भयानक विस्फोट हुआ. विस्फोट की आवाज से पूरी कॉलोनी के लोग सहम उठे. विस्फोट की आवाज के थोड़ी देर बाद कॉलोनी के लोग एक-एक करके अपने घरों से बाहर निकले और देखा की दो मंजिला रियाजुद्दीन का मकान जमींदोज हो चुका है. कॉलोनी के सब लोग रियाजुद्दीन के घर की तरफ दौड़ पड़े और लोगों को ढूंढने के साथ राहत बचाव कार्य में जुट गए. इसके बाद कॉलोनी के लोगों ने पुलिस को इस बात की सूचना दी.
उसी कॉलोनी में रहने वाले राशिद ने बताया, विस्फोट की आवाज इतनी तेज थी कि मानो किसी ने बम गिरा दिया हो. वहीं, हम में से कुछ लोगों को लगा भूकंप आया है. लेकिन जब बाहर निकलकर देखा तो पूरी कॉलोनी में हर तरफ धुआं ही धुआं दिखाई दे रहा था. कॉलोनी के लोग विस्फोट की आवाज से सहम चुके थे. चीखें सुनाई दे रही थीं. उन्होंने ने भी बताया कि हादसे के तुरंत बाद ही आसपास के लोग वहां पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश करने लगे. मलबे के अंदर से चीख-पुकार की आवाजें आ रही थीं. कोई कह रहा था मैं इधर हूं, मुझे बचा लो, तो कोई कह रहा था मैं मार जाऊंगा मुझे बाहर निकाल लो.
इस हादसे के करीब डेढ़ घंटे यानि 9:30 बजे जब जेसीबी पहुंची तब मलबे को उठाने का कार्य तेज हुआ. लेकिन तब तक 6 लोगों की जान चुकी थी. बाकी दबे हुए लोगों को मलबे से बाहर निकालने के लिए राहत-बचाव कार्य देर रात तक चलता रहा. वहीं इसी बीच लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि’अगर जेसीबी समय पर पहुंच जाती तो परिवार के 6 लोग जिनकी जान चली गई उन्हें बचाया जा सकता था. इस हादसे की सूचना मिलते ही डीएम-एसएसपी, एसडीएम-सीओ समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे और राहत-बचाव कार्य जारी कर लोगों को मलबे से बाहर निकलवाया.
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