मऊ; जिले में बीते दो दिन पूर्व जिला अस्पताल में एक डॉक्टर और घोसी से समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय के बीच कहासुनी हो गई. इस प्रकरण में शुक्रवार को एक नया मोड़ देखने को मिला. इस प्रकरण में डॉक्टर ने सांसद के खिलाफ सरायालखसी थाने में बीती रात मुकदमा दर्ज कराया है.
बात दें कि दो दिन पूर्व डाॅ सौरभ त्रिपाठी ने घोसी से सांसद राजीव राय के ऊपर एक मुकदमा लिखवाया है. डाॅ सौरभ त्रिपाठी ने दर्ज मुकदमे में लिखवाया है कि घोसी सांसद राजीव राय 10 से 15 लोगों के साथ मेरे चेंबर में आए और मेरे ऊपर अभद्र टिप्पणी करने लगे. मुझे मानसिक रूप से अस्वस्थ्य बताया. डाॅक्टर साैरभ ने तहरीर में यह भी आरोप लगाया कि मेरी ओपीडी में रखे ईएनटी उपकरण को उठाकर तोड़ने का भी प्रयास किया गया. इतना ही नहीं मुझे दारूबाज डॉक्टर बोला गया. साथ ही कहा गया कि मैं अभद्र भाषा का प्रयाेग करता हूँ और दारू पीकर ड्यूटी करता हूं. मेरे द्वारा सांसद को कोई भी अभद्र टिप्पणी नहीं की गई. सांसद और उनके साथ आए अन्य लोगों द्वारा किए गए व्यवहार से मेरे आत्मसम्मान को बहुत ठेस पहुंची है. सांसद ने ओपीडी के समय में आकर शासकीय कार्य में भी बाधा डालने का काम किया है.
इस प्रकरण में सांसद राजीव राय ने मीडिया से बताया कि जिस डाॅक्टर द्वारा अभद्रता की गई है, उससे वह बुरी तरह से आहत है. आज तक मेरी जिंदगी में ऐसा कभी नहीं हुआ है. उन्हाेंने बताया कि वह डाॅक्टर के अभद्रता की शिकायत सीएमएस व शासन को करेंगे. वहीं मऊ सपा जिलाध्यक्ष दूधनाथ यादव ने पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी के नाम एक पत्र लिखकर सांसद पर हुए फर्जी मुकदमे को निरस्त करने की मांग किया है.
यह है मामला
उल्लेखनीय है कि बुधवार को घोसी सांसद राजीव राय ने एक शिकायत पर जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया. निरीक्षण में तीन डाॅक्टर अपने चेंबर से गायब मिले तो वहीं एक डाॅक्टर के चेंबर में बाहरी मरीज मिला. वहीं ओपीडी में नाक, काल, गला विशेषज्ञ डॉ. सौरभ त्रिपाठी के चेंबर में पहुंचे सांसद से डाॅक्टर की बहस हो गई थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था.
इस मामले में पुलिस अधीक्षक इलामारन का कहना है कि डाॅ सौरभ त्रिपाठी ने तहरीर दी थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.