मुंबई: पूर्व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का नाम आने के बाद, मुंबई पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ समन्वय स्थापित किया है. हरियाणा और यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) गिरफ्तार संदिग्धों की गतिविधियों और आपराधिक पृष्ठभूमि की गहन जांच कर रही है. इस बीच, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी मामले की जांच में शामिल हो गई है और उनकी एक टीम मुंबई पहुंचने वाली है.
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में गुरमेल सिंह हरियाणा से और धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश से हैं. ये दोनों पिछले डेढ़ से दो महीने से मुंबई में रहकर बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी कर रहे थे. तीसरे आरोपी, शिवकुमार गौतम उर्फ शिवा, बहराइच का निवासी है, जिसकी तलाश अभी जारी है. मुंबई क्राइम ब्रांच की कई टीमें इस मामले की जांच कर रही हैं.
इस मामले में निर्मल नगर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 103(1), 109, 125 और 3(5) के साथ ही आर्म्स एक्ट और महाराष्ट्र पुलिस एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों ने गिरफ्तार आरोपियों से पिछले 8 घंटों से पूछताछ की है. प्रारंभिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि इन्हें इस काम के लिए पहले से पैसे दिए गए थे. दोनों आरोपियों ने कुर्ला में किराए पर एक घर ले रखा था और पिछले एक महीने से वहीं रह रहे थे. शिवकुमार और धर्मराज ने पुणे में स्क्रैप डीलर के रूप में भी काम किया है. पुलिस ने उन्हें जीटी अस्पताल में चिकित्सा सुविधा भी दी है और अब उन्हें कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है.