लखनऊ: सीएम योगी ने सोमवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यदि कोई किसी महापुरुष, संत या योगी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, तो उसके विरुद्ध कठोर कानून कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि विरोध का मतलब यह नहीं होता है कि हम तोड़फोड़ करें. यह कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता.
हमारा हिंदू धर्म स्पष्ट कहता है कि ‘अहिंसा परमो धर्म:’
लेकिन, राष्ट्र रक्षा के लिए, धर्म रक्षा के लिए, निर्दोष लोगों को बचाने के लिए हिंसा करनी पड़े तो ‘धर्मसम्मत’ मान्य है और यह आह्वान भारत का ‘शास्त्र’ करता है… pic.twitter.com/YzcU3G1VFT
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 7, 2024
सीएम योगी ने कहा कि मैं देखता हूं, एक तबका ने सनातन धर्म को अपमानित करने का अपना जन्मसिद्ध अधिकार मान लिया है. यह लोग हिंदू धर्म के देवी-देवताओं और मान बिंदुओं पर टिप्पणी करते हैं मूर्तियों को खंडित करते हैं. लेकिन अगर विदेश में कोई घटना हो जाती है तो वह लोग यहां विरोध प्रदर्शन करते हैं. यहां जमीन-आसमान एक करने लगते हैं. सीएम ने ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सीएम योगी ने आगे कहा कि जो भारत आज से 10 वर्ष पहले दुनिया की 11 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, आज वह दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है. 3 वर्ष के अंदर भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. सीएम योगी ने कहा कि हमारा भारत आर्थिक रूप से आगे बढ़ रहा है, लेकिन हमारी प्राचीन आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत है, उसे भी आगे बढ़ाना और उसकी रक्षा करना हम सब की जिम्मेदारी है. सीएम ने कहा कि हमारा हिंदू धर्म किसी का अंत नहीं करता, हमारे धर्म में कहा गया है कि ‘अहिंसा परमो धर्म:’. लेकिन यह भी कहा गया है कि ‘धर्म हिंसा तथैवचा’.
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सीएम योगी ने कहा कि अहिंसा परम धर्म है. लेकिन अगर राष्ट्र, धर्म और निर्दोष लोगों की रक्षा करने के लिए हिंसा करनी पड़े तो यह ‘धर्मसम्मत’ और मान्य है. यह आह्वान भारत का ‘शास्त्र’ करता है.