मीरजापुर; आज सोमवार को नवरात्रि के पांचवे दिन मां विंध्यवासिनी के दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस दौरान उनका उत्साह देखते ही बन रहा था। भक्तों की जयकार से विंध्याचल मंदिर गूंज उठा। भक्तों ने मां के दर्शन पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। विंध्याचल मंदिर में मां को प्रसाद के साथ चुनरी चढाने की परंपरा है।
भक्तों ने या देवि सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः के वैदिक मंत्रोच्चारण से मां विंध्यवासिनी के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता का आह्वान किया। जयकारों व वैदिक मंत्रोच्चारण की गूंज से विंध्यधाम का कोना-कोना देवी भक्ति में लीन दिखा।
आज सोमवार को चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है… जैसे गीतों के साथ मंदिर में भक्तों की कतार बढ़ती जा रही है। लंबा सफर तय करने के बाद मां के दर्शन पाने वाले भक्तों के चेहरे की रौनक साफ देखी जा सकती है.
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विंध्यधाम में मंगला आरती के बाद से भक्तों का तांता लगना प्रारंभ हुआ था, जो रात की शयन आरती तक जारी रहेगा। भक्त हाथों में नारियल, चुनरी, माला-फूल प्रसाद लेकर भक्ति में लीन दिखे। भक्तों ने मां विध्यवासिनी के दर्शन-पूजन करने के बाद मंदिर परिसर में विराजमान समस्त देवी-देवताओं के चरणों में शीश झुकाया। हवन-कुंड में आहुति डाली.