रायबरेली; अमेठी जिले में हुए सामूहिक हत्याकांड के बाद मृतकों के शव को उनके गांव पहुंचा दिया गया है. शुक्रवार को जब शव घर पहुंचे तो उन्हें देख परिजन दहाड़े मारकर रोने लगे. यह दृश्य देख वहां मौजूद सभी लोगों की आंखों में आंसू आ गए. हर कोई पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाता दिखाई दिया. अंतिम संस्कार बड़े भाई के मुंबई से आने के बाद किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के अहोरवा भवानी कस्बे में गदागंज थाना के सुदामापुर निवासी शिक्षक सुनील कुमार (35) पुत्र रामगोपाल अपनी पत्नी पूनम भारती (30), छह साल की बेटी सृष्टि, दो साल की बेटी समीक्षा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद रात को ही कई थानों की पुलिस गांव पहुंच गई थी.
वहीं, सुबह से ही अफसरों का मजमा लग गया. जैसे ही सभी के शव पैतृक गांव गदागंज के सुदामापुर पहुंचे तो पिता रामगोपाल माता राजवती तथा अन्य परिवारी जन दहाड़े मारकर रोने लगे. साथ ही 4 शवों के एक साथ देख गांव वालों के आंसू नहीं थम रहे थे. बता दें कि
मृतक शिक्षक का बड़ा भाई सोनू मुंबई में रहकर दैनिक मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता है.
उसके घर पहुंचने के बाद सभी शवो का अंतिम संस्कार किया जाएगा. अमेठी सांसद राहुल गांधी ने मृतक शिक्षक के पिता रामगोपाल से बातचीत कर उन्हें सांत्वना दी. साथ ही उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. पिता रामगोपाल ने बताया कि सुनील 15 दिन पहले पत्नी व बच्चों के साथ गांव आया था. वह यह कहकर गया था कि अब दीपावाली में आऊंगा. दिवाली की खुशियों के पहले गमों का ऐसा पहाड़ टूटने से सुनील के परिजनों के साथ ही पूरा गांव गमगीन हो गया.