लखनऊ: दीपावली का पर्व नजदीक आते ही पटाखों का निर्माण कार्य तेज गति से जारी है. इसी क्रम में कई स्थानों पर पटाखों की अवैध फैक्ट्रियां भी संचालित होने की खबरें सामने आई हैं. बरेली और झांसी में पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट होने के चलते कई लोगों की जान गई है, वहीं कई लोग घायल हुए हैं. प्रदेश में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हो इसको देखते हुए डीजीपी प्रशांत कुमार ने 9 अक्टूबर तक विशेष जांच अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं.
डीजीपी प्रशांत कुमार ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिया है कि 9 अक्टूबर तक प्रदेश में अवैध पटाखा फैक्ट्रियों और गोदामों के खिलाफ विशेष जांच अभियान चलाया जाए. उन्होंने कहा अगर इस अभियान के बाद भी कोई घटना होती है, तो इस लापरवाही की जिम्मेदारी संबंधित पुलिस अधिकारी व कर्मचारियों की होगी. जिसके बाद उनके खिलाफ विभागी कार्रवाई की जाएगी.
डीजीपी मुख्यालय द्वारा इसको लेकर प्रदेश के सभी पुलिस कमिश्नरों, जिले के एसएसपी, एसपी व थाना प्रभारियों को आदेश जारी कर दिया गया है. जिसको देखते हुए प्रदेश भर में गुरुवार से ही जांच अभियान प्रारंभ हो गया है. जिन पटाखा फैक्ट्रियों के पास लाइसेंस है, वहां इलाके के पुलिस क्षेत्राधिकारी, एसडीएम, संबंधित थानाध्यक्ष व फायर सर्विस की टीम जाकर निरीक्षण कर रही है.
यह भी पढ़ें: हाथरस भगदड़ की चार्जशीट में भोले बाबा का नाम क्यों नहीं?, मायावती ने उठाए सवाल
डीजीपी ने निरीक्षण के दौरान वीडियोग्राफी भी कराने के निर्देश दिए हैं. इस वीडियोग्राफी को सीनियर पुलिस के अधिकारी क्रॉस चेक करेंगे. ताकि हादसे की संभावनाओं को खत्म किया जा रहे. अगर फिर भी किसी लापरवाही के चलते हादसे होते हैं तो इसके जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी होगी.