नई दिल्ली; देश में वायरल इंफेक्शन मंकी पॉक्स का खतरा एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है. ताजा मामला केरल का है, जहां मंकीपोक्स का दूसरा मरीज मिला है. देश में मंकीपोक्स का यह तीसरा मामला है. 26 वर्षीय यह युवक हाल ही में दुबई से केरल के एर्नाकुलम लौटा है. तेज बुखार आने पर परीक्षण करने पर मंकीपोक्स की पुष्टि हुई है. हालांकि अभी स्ट्रेन का पता नहीं चला है.
केरल से स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, मरीज की हालत स्थिर है और उसे आइसोलेशन में रखा गया है. मरीज के सैंपल को पुणे स्थित एनआईवी लैब में परीक्षण के लिए भेजा गया है. इससे पहले 18 सितंबर को भी केरल के मल्लपुरम निवासी एक व्यक्ति के मंकी पॉक्स से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. यह व्यक्ति दुबई से लौटा था.उसकी जांच में भी मंकीपोक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. इस व्यक्ति के जांच में मंकीपोक्स क्लैड आईबी स्ट्रेन पाया गया था, जिसे बेहद ज्यादा संक्रमण फैलाने वाला और जानलेवा स्ट्रेन घोषित किया जा चुका है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे चिंताजनक स्ट्रेन घोषित किया है.
इससे पूर्व देश का पहला मंकी पॉक्स का मामला दिल्ली में रिपोर्ट हुआ था, जहां जांच में एक व्यक्ति का सैंपल पॉजिटिव पाया गया था. उसके सैंपल में क्लैड 2 स्ट्रेन मिला था, जो कम घातक और कम संक्रमण फैलाने वाला है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
मंकीपोक्स के मामलों पर लगाम लगाने के दृष्टिगत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी है. केंद्र सरकार ने कहा है कि मंकीपोक्स के मामले सामने न आएं, इसके लिए राज्यों को सावधानी बरतने के साथ तेजी से कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंकीपोक्स के सभी मरीजों के सैंपलों को जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी में भेजने के निर्देश दिए हैं.
इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार