कानपुर: बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र पूरे उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है. कानपुर सहित उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है और मध्यम से लेकर भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग का कहना है कि यह बारिश स्वास्थ्य एवं कृषि के लिए नुकसानदायक साबित होगी. इसके साथ ही बाढ़ जैसे हालात भी पैदा होने के आसार हैं.
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से 26 सितंबर को उत्तर-पश्चिम और पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के हिस्सों में एक निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है. यह मौसम प्रणाली पहले ही समुद्र तट के अंदर प्रवेश कर चुकी है और आगे दक्षिण ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, उत्तरी तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश के अंदरुनी इलाकों में पहुंचेगी. अंत में मध्य प्रदेश, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण-पूर्व राजस्थान के ट्राई-जंक्शन के बाहरी हिस्सों तक पहुंचेगी. इसके बाद यह मौसम प्रणाली उत्तरी एमपी और दक्षिण कानपुर मंडल सहित पश्चिम यूपी की ओर मुड़ जाएगी.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि यह मौसम प्रणाली कमजोर हो जाएगी और उत्तर प्रदेश व बिहार के तलहटी के साथ-साथ आगे बढ़ेगी. इससे उत्तर प्रदेश और बिहार की तलहटी, सब-हिमालयन पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश होगी, क्योंकि मानसून ट्रफ इस क्षेत्र में शिफ्ट हो रहा है. इससे नदियों में जलस्तर बढ़ेगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा बिहार की नदियों की स्थिति और बिगड़ सकती है.
शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र के 6 जनपदों सहित मध्य व पूर्वी क्षेत्र 56 जिलों में मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली चमकने के साथ तेज हवाएं चलेंगी और मध्यम से भारी बारिश के आसार हैं. यह स्थिति अभी तीन दिन बनी रहेगी और 28 सितम्बर के बाद मानसून में बदलाव होगा जिससे बारिश का दौर कमजोर हो जाने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 29.8 और न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 83 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 92 प्रतिशत रही. हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 8.6 किमी प्रति घंटा रही और बारिश 2.0 मिमी हुई. आगामी दिनों आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी और हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं.
इनपुट- हिन्दुस्थान समाचार