लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक निजी बैंक की महिला अधिकारी सदफ फातिमा की ऑफिस में मौत हो गई. सदफ फातिमा लखनऊ में विभूतिखंड स्थित HDFC बैंक में एडिशनल डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत थीं. वह लखनऊ के वजीरगंज इलाके की रहने वाली थीं. बताया जा रहा है कि उन्हें लंच ब्रेक के दौरान हार्ट अटैक पड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑफिस के सहकर्मियों का कहना है कि सदफ को काम को लेकर काफी प्रेशर में थीं.
45 वर्षीय सदफ मंगलवार दोपहर को लंच करने के लिए बैठी थीं, तभी अचानक बेहोश हो गईं. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने हार्ट अटैक को उनकी मौत का कारण बताया है, हालांकि मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो पाएगी.
अखिलेश यादव ने भाजपा पर साधा निशाना
इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “भाजपा सरकार की नाकाम आर्थिक नीतियों के कारण कंपनियों का कारोबार घट गया है. व्यापार-व्यवसाय को बचाने के लिए वो कम लोगों से कई गुना काम करवाती हैं.”
सपा प्रमुख ने X पर लिखा कि ‘लखनऊ में काम के दबाव और तनाव के कारण HDFC की एक महिलाकर्मी की ऑफिस में ही, कुर्सी से गिरकर, मृत्यु का समाचार बेहद चिंतनीय है. ऐसे समाचार देश में वर्तमान अर्थव्यवस्था के दबाव के प्रतीक हैं. इस संदर्भ में सभी कंपनियों और सरकारी विभागों तक को गंभीरता से सोचना होगा. ये देश के मानव संसाधन की अपूरणीय हानि है. ऐसे आकस्मिक निधन काम के हालातों को सवालों के घेरे में ले आते हैं. किसी भी देश की असली तरक़्क़ी का पैमाना सेवा या उत्पाद के आँकड़े का बढ़ना नहीं होता बल्कि ये होता है कि व्यक्ति मानसिक रूप से कितना स्वतंत्र, स्वस्थ व प्रसन्न है.
लखनऊ में काम के दबाव और तनाव के कारण एचडीएफ़सी की एक महिलाकर्मी की ऑफिस में ही, कुर्सी से गिरकर, मृत्यु का समाचार बेहद चिंतनीय है।
ऐसे समाचार देश में वर्तमान अर्थव्यवस्था के दबाव के प्रतीक हैं। इस संदर्भ में सभी कंपनियों और सरकारी विभागों तक को गंभीरता से सोचना होगा। ये देश के… pic.twitter.com/Xj49E01MSs
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 24, 2024
पुणे मे हुई घटना से मिलता जुलता मामला
इससे पहले, पुणे में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई थी, जब ईवाई की महिला कर्मचारी एना सेबास्टियन पेरायिल की मौत काम के अत्यधिक दबाव के कारण हुई थी. एना की मां ने कंपनी पर काम के ज्यादा दबाव का आरोप लगाते हुए चेयरमैन को पत्र लिखा था. उन्होंने कहा था कि उनकी बेटी ने ऑफिस ज्वाइन करने के 4 महीने बाद ही काम के दबाव के चलते अपनी जान गंवा दी थी.
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