लखनऊ; यूपी में इन दिनों अगर सबसे अधिक किसी चीज की चर्चा है को वह है ‘एनकाउंटर’ की. सुल्तानपुर लूटकांड में शामिल बदमाश मंगेश यादव को यूपी एसटीएफ ने एक मुठभेड़ में मार गिराया था. जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर जाति और धर्म देखकर एनकाउंटर करने का आरोप लगाया. सोमवार को इसी घटना से संबंधित एक और बदमाश अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव में मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने मार गिराया. जिसके बाद यूपी पुलिस की एनकाउंटर नीति सुर्खियों में है. एनकाउंटर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं.
दरअसल, प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद 20 मार्च, 2017 से 5 सितंबर, 2024 तक के आंकड़ों की अगर बात करें तो यूपी पुलिस ने 12,964 एनकाउंटर्स किए हैं. इस दौरान 207 आरोपियों की मौत हुई है. जबकि 6,500 से अधिक आरोपी घायल हुए हैं. साथ ही करीब 27 हजार आरोपी पकड़े गए हैं. इन मुठभेड़ के दौरान 1,601 पुलिस सिपाही घायल हुए हैं और 17 पुलिस कर्मी वीरगति को प्राप्त हुए हैं.
आरोपियों पर इनाम
पुलिस ने जिन आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया है, उसमें से 4 आरोपी 2.5 लाख रुपये के, 2 आरोपी 2 लाख रुपये के, 6 आरोपी 1.5 रुपये के, 27 आरोपी 1 लाख रुपये के, व अन्य आरोपी 75 हजार रुपये के आरोपी थे.
किस साल कितने हुए मुठभेड़
वर्ष 2017 में 28, वर्ष 2018- 41 ,वर्ष 2019- 34 ,वर्ष 2020- 26 ,वर्ष 2021- 26 ,वर्ष 2022- 14 ,वर्ष 2023- 26, वर्ष 2024 में 12 मुठभेड़ हुए हैं.
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किस जाति के कितने आरोपी मुठभेड़ में मारे गए
मार्च 2017 से 5 सितंबर 2024 तक यूपी पुलिस में जिन 207 आरोपियों का एनकाउंटर किया है. उनमें से 130 हिंदू और 67 मुस्लिम हैं. इनमें से 20 ब्राह्मण, 18 ठाकुर, 16 यादव, 17 जाट है. सबसे अधिक मेरठ जोन में 66 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए हैं. जबकि वाराणसी जोन में 21 और आगरा जोन में 16 आरोपी मारे गए हैं.