जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जौनपुर के सुजानगंज थाना क्षेत्र के जमालपट्टी बेलवार गांव में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई स्थानीय हिंदू संगठनों द्वारा पुलिस को दी गई सूचना के बाद की गई, जिसमें आरोप लगाया गया था कि गांव में गरीब तबके के लोगों को गुमराह कर, प्रलोभन देकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की जा रही है। हिंदू संगठनों ने बताया कि ईसाई मिशनरी और उनके साथी चोरी-छिपे गांव में धर्मांतरण की गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे, और लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित होने के लिए कई प्रकार के प्रलोभन दे रहे थे।
मौके पर पहुंचकर पांच लोगों को किया गिरफ्तार
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने 9 बाइबल, 1 बाइबल शास्त्र गुटका, 2 रुमाल, धर्म से संबंधित पंपलेट, 4 कापियां और चंदा वसूली के 520 रुपये नकद बरामद किए। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गोकुल कुमार पुत्र अमरनाथ (ग्राम महरूपुर, थाना मछली शहर), रामधनी पुत्र राम लोटन (ग्राम अरुवांवा, थाना सिकरारा), प्रिंस कुमार पुत्र राम कमल (ग्राम उमरपुर, थाना सुजानगंज), शिवकुमार गौतम पुत्र छविराज गौतम (ग्राम भुईधरा, थाना सुजानगंज) और अद्या प्रसाद पुत्र सुखरन (ग्राम डोमपुर, थाना सुजानगंज) शामिल हैं।
गरीब और अनपढ़ हिंदू लोगों को गुमराह करके धर्म परिवर्तन
सीओ शाहगंज, जौनपुर अजीत सिंह चौहान ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि ये लोग गरीब और अनपढ़ हिंदू लोगों को गुमराह करके, ईसाई धर्म को श्रेष्ठ बताते हुए धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म को अंधविश्वास और पाखंड बताकर ये लोग ईसाई धर्म की प्रशंसा कर रहे थे और लोगों को ईसाई धर्म में आने के लिए उकसा रहे थे। पुलिस के अनुसार, ये लोग स्थानीय लोगों को विभिन्न प्रकार के प्रलोभन जैसे मुफ्त शिक्षा, इलाज और नकद सहायता देने का वादा कर रहे थे। इसके अलावा, पुलिस को आरोपियों के पास से बाइबल और ईसाई धर्म से संबंधित पर्चे और अन्य दस्तावेज भी मिले हैं।
गांव लगातार ईसाई मिशनरियों की निगाह में था – हिन्दू संगठन
इस पूरे घटनाक्रम के बारे में हिंदू संगठनों का कहना है कि यह गांव लगातार ईसाई मिशनरियों की निगाह में था और यहां धीरे-धीरे धर्मांतरण की गतिविधियां चल रही थीं। गांव के लोगों ने बताया कि मिशनरियों ने महिलाओं को बाइबल और ईसाई धर्म के पर्चे बांटे थे, और उन्हें प्रलोभन दिया जा रहा था कि धर्म परिवर्तन के बाद उन्हें मुफ्त सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
पुलिस ने इन पांच आरोपियों के खिलाफ धारा 299ए, 196ए, 191, 302, 115(2), 352, 351(2) बीएनएस एवं उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार किए गए सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है, और पुलिस अन्य विधिक कार्रवाई कर रही है।