Varanasi: तिरुपति बालाजी मंदिर में बांटे जाने वाले लड्डू प्रसाद को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. प्रसाद बनाने वाले घी में जानवरों की चर्बी और मछली का तेल मिले होने की खबरों के चलते देशभर से बयान आ रहे हैं. इसी कड़ी में देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बड़ा बयान दिया है. वाराणसी दौरे पर पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि जब मुझे जब मुझे यहां बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के बाद प्रसाद मिला तो तिरुपति बालाजी के प्रसाद को लेकर मन आशंकित हो उठा.
पूर्व राष्ट्रपति ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि मैं प्रसादम वाले मामले को राजनीतिक दृष्टि से नहीं देख रहा हूं. लेकिन इतना जरूर कहना चाहता हूं कि ऐसा करना लोगों की श्रद्धा के साथ पाप है. उन्होंने विश्वनाथ के प्रसाद को लेकर कहा कि मैं अकेला नहीं हूं, जिसके मन में इस प्रकार के सवाल उठे होंगे. उन्होंने कहा कि प्रत्येक मंदिरों और तीर्थ स्थानों की अपनी कहानी हो सकती है. लेकिन हमारे हिंदू शास्त्रों में मिलावट को पाप कहा गया है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे विशेष सर्कल होता है.
उल्लेखनीय है कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्वेद संकाय के काया चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय जैविक कृषि एवं पंचगवी चिकित्सा सेमिनार में बतौर मुख्य वक्ता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविद पहुंचे थे. यहां उन्होंने यह बयान दिया है.