नई दिल्ली: टेरर फंडिंग और मनी लांड्रिंग पर निगरानी रखने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने भारत को आईएस, अलकायदा व अन्य कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों से सचेत रहने की सलाह दी है. साथ ही FATF ने आतंकवाद को लेकर जारी विदेशी फंडिंग पर लगाम लगाने को लेकर मोदी सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की सराहना भी की है. FATF ने 368 पन्नों की रिपोर्ट जारी कर कहा है कि आईएसआईएस और अलकायदा से जुड़े तमाम आतंकी और चरमपंथी संगठन भारत को तबाह करना चाहते हैं. इसलिए भारत तो मनी लांड्रिंग और विदेश फंडिंग से जुड़े मामलों की जांच में तेजी लानी चाहिए.
जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा सक्रिय हैं आतंकी संगठन
गुरुवार को FATF ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है कि भारत को दहलाने की योजना तैयार करने वाली आतंकी ताकते सबसे अधिक जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हैं. यहां से अप्रत्यक्ष रूप से इन देश विरोधी ताकतों के तार देश के अन्य भागों से भी जुड़े हैं. रिपोर्ट में कहा गया है IS और अल-कायदा से जुड़े आतंकवादी संगठनों से भारत को खतरों का सामना करना पड़ रहा है. यही कारण है कि भारत कई वर्षों से आतंकवाद का शिकार रहा है.
मोदी सरकार के प्रयासों की FATF ने की सराहना
मोदी सरकार द्वारा आतंक को रोकने को लेकर किए जा रहे कार्यों को लेकर FATF ने सराहना की है. भारत को आतंकी खतरों के प्रति चेतावनी देते हुए FATF ने कहा मोदी सरकार द्वारा आतंक के खिलाफ सख्ती सराहनीय है. FATF ने कहा भारत सरकार की सख्ती के चलते आतंकी संगठनों को फंड एकत्रित करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
FATF ने क्या दिए भारत को सुझाव?
अपनी 368 पन्नों की रिपोर्ट FATF ने कहा है कि मनी लॉन्ड्रिंग व आतंक वित्तपोषण के विरोध में भारत ने जो प्रणाली अपनाई है वह प्रभावी है. हालांकि, FATF ने भारत से कई पहलुओं पर सुधार करने की सिफारिश की है. एफएटीएफ ने कहा कि भारत तो आतंकी वित्तपोषण मामलों की जांच में तेजी लाने की आवश्यकता है. साथ ही एनजीओ को आतंकवादी फंडिंग के दुरुपयोग से बचाने के लिए और सख्त नजर रखने की जरूरत है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी भारत में मनी लांड्रिंग के 864 मामले और टेरर फंडिंग के 1,400 से अधिक मामलों में ट्रायल चल रहा है. FATF ने कहा कि ऐसे मामलों में जांच को तेज गति से आगे बढ़ाने की जरूरत है.