लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी इन दिनों अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही है. 2024 के लोकसभा चुनाव में बसपा का यूपी में वोट शेयर 9.39 प्रतिशत पर पहुंच गया. जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी का यूपी में वोट शेयर 13 फीसदी के करीब रहा था. 2024 के लोकसभा चुनाव में बड़े स्तर पर बसपा का परंपरागत वोट बैंक कहा जाने वाला जाटव समाज सपा की ओर मूव हुआ. जिसके दम पर सपा-कांग्रेस ने प्रदेश की 43 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की. लेकिन अब मायावती ने बसपा को मजबूत करने के लिए बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटीज एंप्लाई फेडरेशन (BAMSEF) यानी बामसेफ को फिर से एक्टिव करने की योजना तैयार की है.
बामसेफ की रिलॉन्चिंग को लेकर अखिलेश के पीडीए फार्मूले की काट के तौर पर देखा जा रहा है. बुधवार को बसपा सुप्रीम मायावती ने लखनऊ स्थिति पार्टी के कार्यालय पर पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बामसेफ को लेकर बड़ी योजना तैयार की है. उन्होंने बसपा पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि बामसेफ को फिर से मजबूत किया जाएगा. इस संगठन के माध्यम से दलितों, पिछड़ों, ब्राह्मणों और मुस्लिमों को जोड़ने का अभियान प्रारंभ किया जाए.
विधानसभा क्षेत्र स्तर तक होगी बामसेफ संगठन की संरचना
बसपा सुप्रीमो मायावती के निर्देशानुसार बामसेफ संगठन में प्रत्येक जिले में एक संयोजन और 10 सह संयोजक होंगे. इसी प्रकार से संगठन को विधानसभा स्तर तक खड़ा किया जाएगा. संगठन के तहत विधानसभा स्तर तक मुस्लिम व ब्राह्मण भाईचार कमेटियों का गठन होगा. साथ ही बसपा से दलितों, पिछड़ों, ब्राह्मणों और मुस्लिमों को जोड़ने के लिए मुहिम चलाई जाएगी.
यह भी पढ़ें; यूपी की वह 10 विधानसभा सीटें…जहां होना है उप चुनाव, जान लीजिए 2022 में कैसा रहा था परिणाम!
कांशीराम पुण्यतिथि पर आयोजित होगा भव्य कार्यक्रम
9 अक्तूबर को मनाई जाने वाली कांशीराम पुण्यतिथि पर बसपा भव्य कार्यक्रम का आयोजन करेगी. नोएडा के बहुजन प्रेरणा स्थल पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में अलीगढ़, आगरा और मेरठ मंडल के कार्यकर्ता शामिल होंगे. जबकि अन्य मंडलों के कार्यकर्ता लखनऊ स्थित कांशीराम स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे.