One Nation One Election: वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में गठित कमेटी के प्रस्ताव को मोदी कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. इस कमेटी में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सहित कुल 8 सदस्य थे. कमेटी ने 14 मार्च 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी. रिपोर्ट में कुल 18,626 पन्ने हैं. उल्लेखनीय है कि One Nation One Election को लेकर पीएम मोदी पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर देश के सभी राजनीतिक दलों का साथ चाहता हूं.
पीएम मोदी ने कहा था कि सरकारों के पूरे कार्यकाल के दौरान कोई न कोई चुनाव होते ही रहते हैं. जिससे विकास कार्य में अवरोध उत्पन्न होता है और बार-बार चुनाव होने से अतिरिक्त खर्च भी होता है. उन्होंने तब यह भी कहा था कि चुनाव सिर्फ 3 से 4 महीनों के लिए होना चाहिए. पूरे 5 साल राजनीति नहीं विकास कार्य होने चाहिए.
कमेटी ने क्या दिया सुझाव?
कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में सरकार को जो सुझाव दिए हैं, उसके अनुसार देश में लोकसभा और राज्यसभा चुनाव एक साथ कराए जाने चाहिए. इन चुनाव के 100 दिनों क अंदर स्थानीय निकाय चुनाव भी हो जाने चाहिए. कमेटी ने कहा कि इससे देशभर में एक निश्चित समयावधि के दौरान सभी स्तर के चुनाव संपन्न हो जाएंगे. जिससे समय और धन दोनों की बचत होगी. कमेटी ने देश की सभी विधानसभाओं का कार्यकाल 2029 तक करने का सुझाव दिया है. ताकि 2029 में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हों.
कमेटी ने 62 राजनीतिक दलों से किया संपर्क
वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर बनी कमेटी ने देश के 62 राजनीतिक दलों से संपर्क साधा. जिसमें से 32 दलों ने एक राष्ट्र एक चुनाव का समर्थन किया. जबकि 15 पार्टियों ने इसका विरोध किया. वहीं, 15 दलों ने इस पर अपना कोई जवाब नहीं दिया है. वन नेशन-वन इलेक्शन का कांग्रेस, सपा, बसपा, आप, सीपीएम सहित कुल 15 पार्टियों ने विरोध किया है. जबकि JMM, TDP, इंडियन यूनियन मुस्लिम सहित कुल 15 दलों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है.
इन पार्टियों ने किया समर्थन
One Nation One Election का जिन पार्टियों ने समर्थन किया है, उसमें भाजपा और कॉनराड संगमा के नेतृत्व वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) का नाम शामिल है. इन दोनों पार्टियों को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त है. साथ ही IEADMK, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) अपना दल (सोनेलाल), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा, मिजो नेशनल फ्रंट, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ऑफ असम, नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (नागालैंड) सहित 32 दलों का नाम शामिल है.
कमेटी के 8 लोग थे सदस्य
वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नेतृत्व में कुल 8 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया था. जिसमें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद और पूर्व अफसर एनके सिंह, डॉ सुभाष कश्यप, संजय कोठारी का नाम शामिल है.