त्रिपुरा: सीएम योगी आज सोमवार को त्रिपुरा दौरे पर पहुंचे हैं. यहां वह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और स्वामी चित्तरंजन महराज के साथ सिद्धेश्वरी मंदिर बराकथल के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने वेद विद्यालय की आधारशिला रखी. लोगों को संबोधित किया. सीएम योगी ने आदिवासी बच्चों के शिक्षा के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिंदू परिषद द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया. साथ ही उन्होंने लोगों को देश के दुश्मनों से आगाह भी किया.
#WATCH पश्चिमी त्रिपुरा: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिद्धेश्वरी मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए और हिंदू धर्म के स्कूल वेद विद्यालय की आधारशिला रखी। pic.twitter.com/hEtXsH3SGI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2024
सीएम योगी ने कहा कि आज कितना सुरक्षा और शांत माहौल त्रिपुरा के अंदर है. उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या यह माहौल आज से 10 साल पहले भी था. सीएम योगी ने कहा कि आज डबल इंजन की सरकार डबल गति से विकास कर रही है. हमारी सरकार धार्मिक क्षेत्रों का जिस प्रकार से विकास कर रही है, वह आज किसी से छिपा नहीं हैं.
सीएम योगी ने पड़ोसी देशों में हिदुओं पर हो रहा अत्याचार को याद दिलाते हुए कहा कि हमारे देश के हजारों किलोमीटर की दूरी से सटे अन्य देशों में वहां रह रहे हिंदुओं की स्थिति कैसी है, यह किसी से छिपा नहीं है. सीएम योगी ने कहा कि हम सभी को ध्यान रखना होगा, अगर हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म हमारी रक्षा करेगा. लेकिन, आप स्वार्थ के लिए धर्म का बलिदान कर रहे हैं, तो धर्म भी आप के साथ उसी प्रकार का व्यवहार करेगा.
सीएम योगी ने आगे कहा कि हम सब एक भारत श्रेष्ठ के लक्ष्य से मजबूत भारत के लिए काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के मजबूत नेतृत्व में हमारा देश लगातार आगे बढ़ रहा है. सीएम योगी ने कहा कि भगवान कृष्ण के एक हाथ में मुरली को दूसरे हाथ में सुदर्शन चक्र भी है. क्योंकि सिर्फ मुरली से काम नहीं चलेगा, सुरक्षा के लिए सुदर्शन चक्र भी चाहिए.
संत शांति काली महाराज के प्रयासों का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि उन्होंने 1994 में आश्रम बनाने की श्रृंखला को आगे बढ़ाया था, उनका यह कार्य अभिनंदनीय है. सीएम योगी ने कहा कि आज शांति काली महाराज का कार्य उनके शिष्य स्वामी चित्त रंजन महाराजजी आगे बढ़ा रहे हैं. इसीलिए भारत सरकार ने उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में से एक पद्म श्री सम्मान से सम्मानित किया है. सीएम योगी ने कहा कि स्वामी चित्त रंजन महाराज और मैं एक ही संप्रदाय से आते हैं. इसीलिए हमारे बीच आत्मीयता है.
सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि त्रिपुरा स्वतंत्र इसलिए था कि त्रिपुरा के राजा के पास शक्ति थी सामर्थ्य था. उन्होंने यहां के जनता को एकजुट कर आक्रांताओं को अपनी ताकत का एहसास कराया था. उन्होंने कहा कि जो भी सामर्थ्यवान अपनी ताकत का एहसास दुश्मनों को कराएगा वह हमेशा सुरक्षित रहेगा. लेकिन जो अपनी ताकत को खोकर अपने दुश्मन और मित्र को समझने में भूल करेगा वह बांग्लादेश की तरह खामियाजा भुगतेगा.
सीएम योगी में कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस खतरे को 1925 में भांपा था. संघ इस बात को जानता था, अहम हम कांग्रेस द्वारा चलाई जा रही दुरभि संधि की शिकार होते रहेंगे तो इस देश का विभाजन कराएंगे, हिंदुओं को कल्तेआम कराएंगे और फिर इस देश की परंपरा-संस्कृति को पूरी तरह नष्ट भ्रष्ट कर देंगे. संघ की दूरदर्शिता सच साबित हुई. कांग्रेस में अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन करवा दिया.