शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अवैध मस्जिद निर्माण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आज बुधवार को हिंदू समाज के लोगों ने मस्जिद के निर्माण को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने मस्जिद के निर्माण कार्य को तत्काल रोकने की मांग की.
इस दौरान पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर लोगों को रोकने का प्रयास किया. लेकिन आक्रोशित हिंदू समाज ने बैरिकेडिंग को ही तोड़ डाली. हिंदू समाज के लोग अवैध रूप से बन रही मस्जिद के निर्माण कार्य को रोकने की मांग दोहराते रहे. इस दौरान हिमाचल पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर जमकर लाठियां भी भांजी.
#WATCH शिमला विरोध प्रदर्शन | हिमाचल प्रदेश: संजौली इलाके में एक मस्जिद के कथित अवैध निर्माण के विरोध में प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ झड़प हुई। https://t.co/9XNpMlxHpV pic.twitter.com/4nB0VPubKK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 11, 2024
बता दें की शिमला में बनाई जा रही मस्जिद को लेकर हिंदू संगठन कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर प्रशासन से कई बार शिकायत की जा चुकी है. लेकिन फिर भी कोई भी एक्शन नहीं हुआ. लोगों ने बताया कि 2010 में जब मस्जिद का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था, तब यह महज एक दुकान थी. लेकिन धीरे-धीरे इस मस्जिद का निर्माण कार्य करीब 7 हजार स्क्वायर फीट तक पहुंच गया.
वहीं, प्रदर्शनकारी महिलाओं ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं. महिलाओं का कहना है की मस्जिद की आड़ में मदरसा का संचालन किया जा रहा है. जिसमें उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आए एक मौलवी द्वारा लोगों को पढ़ाया जाता है. उन्होंने कहा यहां पर पढ़ने के लिए बाहर से लोगों को लाया जा रहा है. जो स्थानीय महिलाओं व लड़कियों पर भद्दी-भद्दी टिप्पणियां करते हैं. इन सभी हरकतों के चलते लोगों के बीच आक्रोश देखा जा रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मस्जिद की 2010 से शिकायत हो रही है. 2010 से 2024 तक 45 बार मामले की सुनवाई हुई है. लेकिन कोई भी फैसला नहीं आ सका है. हिंदू समाज के लोगों का कहना है कि 14 सालों में मस्जिद दो मंजिल से पांच मंजिल तक पहुंच गई है.पूरे क्षेत्र में मुसलमानों की आबादी भी तेजी से बढ़ रही है. यहां पर बाहर से आकर मुसलमान जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं. जिससे शिमला के अस्तित्व पर संकट आ गया है.