नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला द्वारा अफजल गुरु के संबंध में दिए गए बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा विरोध जताया है। भाजपा ने इसे भारत विरोधी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अपमान बताया है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने उमर अब्दुल्ला के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह बयान सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को चुनौती देने के समान है। तिवारी ने कहा कि अफजल गुरु को फांसी इसलिए दी गई थी क्योंकि उसने संसद पर हमले की साजिश रची थी, जिससे हमारे करीब एक दर्जन सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।
मनोज तिवारी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला का आतंकवादी अफजल गुरु का समर्थन करना और उसकी फांसी को गलत ठहराना न केवल सुप्रीम कोर्ट के फैसले का अपमान है, बल्कि यह देश विरोधी बयान भी है। तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट से इस बयान पर संज्ञान लेने की मांग की, क्योंकि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और ऐसे बयान देना उनकी जिम्मेदारियों के विपरीत है। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए सवाल उठाया कि क्या उमर अब्दुल्ला के ऐसे बयानों के वजह से राहुल गांधी ने उनकी पार्टी से गठबंधन किया है।
बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अफजल गुरु की फांसी से कोई मकसद पूरा नहीं हुआ और यदि वे सत्ता में होते तो इसकी मंजूरी नहीं देते। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से मौत की सजा में विश्वास नहीं रखते हैं, क्योंकि इससे न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठते हैं। उमर अब्दुल्ला के इस बयान के बाद राजनीतिक विवाद छिड़ गया है और भाजपा ने इसे देश के खिलाफ बताते हुए इसकी कठोर आलोचना की है।