जम्मू: जम्मू के सुंजुवान इलाके में सोमवार को सैन्य स्टेशन पर हुए आतंकवादी हमले में एक सैनिक के बलिदान होने की खबर है। यह हमला करीब 11 बजे हुआ, जब आतंकियों ने 36 इन्फेंट्री ब्रिगेड की संतरी पोस्ट पर गोलियां चलाईं। जम्मू पहले से ही हाई अलर्ट पर था, और इस हमले के बाद सुरक्षा बलों ने त्वरित जवाबी कार्रवाई की। घायल सैनिक को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन गंभीर घावों के कारण उसने दम तोड़ दिया।
हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। हवाई निगरानी के लिए ड्रोन का भी उपयोग किया जा रहा है। सुंजुवान स्थित यह बेस कैंप जम्मू क्षेत्र का सबसे बड़ा सैन्य कैंप है। पिछले तीन वर्षों में जम्मू प्रांत के रियासी, कठुआ, पुंछ और डोडा जिलों में विभिन्न आतंकवादी हमलों में 43 सैनिकों ने बलिदान दिया है।
28 अगस्त को राजौरी और 14 अगस्त को डोडा हुई थी मुठभेड़
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के खेड़ी मोहरा लाठी और दंथल इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर दिया था, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए थे। वहीं, 14 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक मुठभेड़ के दौरान भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स के एक कैप्टन बलिदान हो गए थे। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना ने चार आतंकवादियों को मार गिराया था।
आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिली
हाल ही में हुई इन घटनाओं से जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। सुरक्षाबल लगातार सतर्कता बरत रहे हैं और आतंकवादियों की गतिविधियों को नाकाम करने के लिए तत्पर हैं। सुंजवां सैन्य स्टेशन पर हुए इस ताजा हमले के बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है और इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकवादी घुसपैठ की कोशिशों को अंजाम देने में लगे हुए हैं, लेकिन सुरक्षाबल मुस्तैदी से उनके मंसूबों को नाकाम कर रहे हैं। स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है।