बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस ने हनी ट्रैप के जरिए युवकों को फंसाकर वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह में छह सदस्य शामिल थे, जिनमें एक महिला पूनम उर्फ प्रीति भी थी, जो इस गिरोह को चलाने में मुख्य भूमिका निभा रही थी। इस गिरोह का सरगना गैंगस्टर जितेंद्र उर्फ जीतू, जो बादशाहपुर पचगाई का निवासी है और पहले से ही 7 मामलों में नामजद है। गिरोह के अन्य सदस्य सोनू ठाकुर उर्फ सोहन पाल, अजीत फौजी, आकाश, सोनू और महिला आरोपी पूनम भी पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं।
कैसे चल रहा था हनी ट्रैप का खेल
गिरोह अपनी साथी महिला के माध्यम से युवकों को बुलाता था। महिला उन्हें शार्ट ड्रेस पहनकर कमरे में बुलाती थी और थोड़ी देर में ही गिरोह के अन्य सदस्य वहां पहुंच जाते थे। वे पीड़ित का वीडियो बनाकर उसे फर्जी दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देते थे और फिर उनसे मोटी रकम वसूलते थे।
केस – 1:
5 जुलाई को सलेमपुर के गिनोरा निवासी एक व्यक्ति की कार बुक की गई थी, जिसे 6 जुलाई को महिला सिकंदराबाद के जोखाबाद औद्योगिक क्षेत्र में लेकर पहुंची। वहां महिला ने कार चालक को पानी पीने के बहाने कमरे में बुलाया और फिर गिरोह के अन्य सदस्यों ने कमरे में आकर उसकी वीडियो बनाई। उन्होंने कार चालक को पीटते हुए तीन लाख रुपये वसूल लिए, धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए तो उसे फर्जी दुष्कर्म के मामले में फंसा देंगे।
केस – 2:
कोतवाली देहात निवासी एक युवक को खुर्जा बुलाया गया। उसे भी कमरे में बुलाकर कपड़े उतरवाए गए और वीडियो बनाई गई। इसी धमकी के तहत आरोपियों ने युवक से पांच लाख रुपये की वसूली की।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
जितेंद्र उर्फ जीतू: 7 मुकदमे दर्ज
सोनू ठाकुर उर्फ सोहनपाल: 4 मुकदमे
आकाश और सोनू: 3-3 मुकदमे
अजीत और पूनम उर्फ प्रीति: 2-2 मुकदमे
पुलिस ने जितेंद्र के साथ सोनू ठाकुर, अजीत फौजी, आकाश, सोनू, और पूनम उर्फ प्रीति को गिरफ्तार किया है। गिरोह के पास से वसूली गई रकम में से 3 लाख 49 हजार 800 रुपये, 5 मोबाइल फोन, 2 एक्सिस बैंक के चेक और 50 रुपये के स्टांप पर लिखा हुआ एक समझौतानामा बरामद किया गया है। वहीं, पुलिस ने मामले की आगे की जांच शुरू कर दी है, ताकि अन्य पीड़ितों को भी न्याय मिल सके।