लखीमपुर खीरी: बहराइच में भेड़िया, सीतापुर में सियार के आतंक के बाद अब लखीमपुर खीरी में बाघ का भय देखा जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां बीते एक महीने में बाघों ने तीन लोगों को अपना निवाला बनाया है। वन विभाग की टीम बाघ को पकड़ने के लिए दिन-रात प्रयासरत है। लेकिन अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई है। आज शनिवार को वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरे में एक बाघ चहलकदमी करते देखा गया है। जिससे स्थानीय लोगों के बीच दहशत का माहौल है।
बीते 27 अगस्त को लखीमपुर जिले के इमलिया गांव निवासी अमरीश कुमार को बाघ ने अपना शिकार बनाया था। जिससे उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद से इलाके में वन विभाग की टीम एक्टिव है। बाघ को पकड़ने के लिए कैमरे, ड्रोन कैमरे, जाल और पिंजरे को लगाया गया है। हालांकि, अभी अभी तक बाघ को पकड़ा नहीं जा सका है।
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हालांकि, आज शनिवार को इमलिया गांव से लगभग 4 किलोमीटर दूर बंजरिया गांव के पास सराय नदी के किनारे बाघ घूमता दिखा। यहां पर वन विभाग ने एक पिंजरा लगाया है, जिसमें लगे कैमरे में बाघ की तस्वीर कैद हुई है। वहीं, गांव के किनारे बाघ के पंजों के निशान भी मिले हैं। पंजों की मूवमेंट के आधार पर वन विभाग की टीम बाघ की तलाश कर रही है। अभी तक बाघ पकड़े ना जाने से ग्रामीण भयभीत हैं। लखीमपुर खीरी के डीएफओ संजय बिस्वाल का कहना है कि शीघ्र ही बाघ का रेस्क्यू किया जाएगा