मीरजापुर: राम मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की तर्ज पर अब विंध्यवासिनी धाम को भी हाईटेक सुरक्षा से लैस किया जा रहा है। मंदिर परिसर में चार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित कैमरे लगाए जाएंगे, जो संदिग्ध गतिविधियों और दर्शनार्थियों की संख्या पर नजर रखेंगे। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि जिला प्रशासन ने 25 लाख रुपये की लागत से यह आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था स्थापित करने की योजना बनाई है।
विंध्यवासिनी मंदिर, देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है और कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या में और वृद्धि हुई है। इस भीड़ का फायदा उठाकर चेन स्नेचिंग और पाकेटमारी जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं। एआई कैमरों की मदद से अब ऐसे अराजक तत्वों को पहचानना और पकड़ना आसान होगा।
कैसे काम करेंगे AI कैमरे?
मीरजापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सिटी नितेश सिंह के अनुसार, AI कैमरों में एक सॉफ्टवेयर होगा जो कैमरे से ली गई तस्वीरों और वीडियो की महत्वपूर्ण जानकारी को समझकर संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करेगा। यह कैमरे लोगों के चेहरों की तस्वीर लेकर उन्हें डेटाबेस में मौजूद तस्वीरों से मिलाएंगे। अगर कोई चेहरा डेटाबेस में पहले से मौजूद है, तो उसकी पहचान कर ली जाएगी। पुलिस संदिग्ध और अवांछनीय व्यक्तियों की तस्वीरें डेटाबेस में दर्ज करेगी, ताकि कैमरे की निगरानी में आते ही उन्हें पकड़ने में मदद मिल सके।
इस आधुनिक सुरक्षा व्यवस्था के साथ, विंध्यवासिनी धाम की सुरक्षा और भी सुदृढ़ होगी, जिससे श्रद्धालु निर्भय होकर दर्शन कर सकेंगे।