लखनऊ: कांग्रेस सांसद व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर की थी। इस वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा था ‘भारत डोजो यात्रा कमिंग सून’। राहुल गांधी के इस वीडियो पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने निशाना साधा है। उन्होंने राहुल गांधी की ‘भारत DOJO यात्रा’ को गरीब बच्चों का उपहास बताया है।
मायावती ने इसको लेकर एक्स पर पोस्ट की है जिसमें उन्होंने लिखा कि ‘पेट भरे लोगों के लिए दोजा व अन्य खेलकूद के महत्व से किसी को इंकार नहीं, लेकिन गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि के त्रस्त जीवन से जूझ रहे उन करोड़ों परिवारों का क्या जो पेट पालने हेतु दिन-रात कमरतोड़ मेहनत को मजबूर हैं। ’भारत डोजो यात्रा’ क्या उनका उपहास नहीं?’
बसपा प्रमुख ने आगे लिखा कि ‘केन्द्र व राज्य सरकारें देश के करोड़ों गरीबों व मेहनतकश लोगों को सही व सम्मानपूर्वक रोटी-रोजी की व्यवस्था कर पाने में अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए उनसे भूखे पेट भजन कराते रहना चाहती हैं, किन्तु विपक्षी कांग्रेस का भी वैसा ही जनविरोधी रवैया जनता को कैसे गवारा संभव है?’
विपक्षी गठबंधन पर हमला बोलते हुए मायावती ने लिखा कि ‘कांग्रेस एवं इनके इण्डी गठबंधन ने आरक्षण व संविधान बचाने के नाम पर एससी, एसटी व ओबीसी का वोट लेकर अपनी ताकत तो बढ़ा ली, किन्तु अपना वक्त निकल जाने पर उनके भूख व तड़प को भुलाकर उनके प्रति यह क्रूर रवैया अपनाना क्या उचित? खेल का राजनीतिकरण हानिकारक जो अब और नहीं।’
राहुल गांधी पर बसपा सुप्रीमो मायावती का हमला।
पेट पालने के लिए कमरतोड़ मेहनत करने वाले परिवारों के लिए भारत DOJO यात्रा उपहास: मायावाती #Mayawati#BharatDojoYatra#Liveuptoday pic.twitter.com/kPPJ7zskmL— LIVE_UPToday (@LIVEUPToday) August 30, 2024
राहुल गांधी ने क्या पोस्ट किया था
राहुल गांधी ने राष्ट्रीय खेल दिवस के दिन भारत जोड़ो यात्रा के दौरान की एक वीडियो पोस्ट की थी। जिसमें वह बच्चों के साथ जापानी मार्शल आर्ट जिउ-जित्सु का अभ्यास करते नजर आ रहे हैं। राहुल गांधी ने वीडियो पोस्ट करते हुए एक लंबी चौड़ी पोस्ट भी लिखी थी।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान, जब हमने हजारों किलोमीटर की यात्रा की, तो हमारे शिविर स्थल पर हर शाम जिउ-जित्सु का अभ्यास करने की हमारी दैनिक दिनचर्या थी। जो चीज़ फिट रहने के एक सरल तरीके के रूप में शुरू हुई वह तेजी से एक सामुदायिक गतिविधि में बदल गई, जिसमें उन शहरों के साथी यात्रियों और युवा मार्शल आर्ट छात्रों को एक साथ लाया गया जहां हम रुके थे।
हमारा लक्ष्य इन युवा दिमागों को ‘जेंटल आर्ट’ की सुंदरता से परिचित कराना था – ध्यान, जिउ-जित्सु, ऐकिडो और अहिंसक संघर्ष समाधान तकनीकों का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है। हमारा उद्देश्य उनमें हिंसा को सज्जनता में बदलने का मूल्य पैदा करना, उन्हें अधिक दयालु और सुरक्षित समाज बनाने के लिए उपकरण देना है।
इस राष्ट्रीय खेल दिवस पर, मैं आप सभी के साथ अपना अनुभव साझा करना चाहता हूं, उम्मीद करता हूं कि आप में से कुछ को ‘जेंटल आर्ट’ का अभ्यास करने के लिए प्रेरित किया जा सके। पुनश्च: भारत डोजो यात्रा जल्द ही आ रही है।
During the Bharat Jodo Nyay Yatra, as we journeyed across thousands of kilometers, we had a daily routine of practicing jiu-jitsu every evening at our campsite. What began as a simple way to stay fit quickly evolved into a community activity, bringing together fellow yatris and… pic.twitter.com/Zvmw78ShDX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 29, 2024