नई दिल्ली: देश में हाल ही में लोकसभा चुनाव संपन्न हुए हैं। पार्टियां ने चुनाव समाप्त होने के बाद इलेक्शन कमिशन को जानकारी दी है कि किस प्रत्याशी को चुनाव लड़ने के लिए कितनी धनराशि पार्टी फंड से दी गई। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी ने भी अपने चुनावी खर्च के बारे में निर्वाचन आयोग को जानकारी दी है। चुनाव आयोग को कांग्रेस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पार्टी ने जिस प्रत्याशी पर सबसे अधिक खर्च किया…वही लोकसभा चुनाव हार गया।
विक्रमादित्य सिंह पर कांग्रेस ने खर्च किए सबसे अधिक रुपये
कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल की मंडी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह पर सबसे ज्यादा रुपये खर्च किए। इस बात की जानकारी कांग्रेस पार्टी द्वारा चुनाव आयोग को दी गई है। कांग्रेस ने अपने पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों पर खर्च की गई धनराशि की सूची इलेक्शन कमिशन को दी है। इस सूची में विक्रमादित्य सिंह पहले नंबर पर हैं। विक्रमादित्य सिंह को लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए पार्टी फंड से 87 लाख रुपये दिए गए। हालांकि, वह चुनाव जीतने में सफल नहीं हो पाए।
राहुल गांधी पर कांग्रेस ने खर्च किए 70-70 लाख रुपये
राहुल गांधी को चुनाव लड़ाने के लिए कांग्रेस पार्टी ने 70-70 लाख रुपये दिए। यह राशि उन्होंने यूपी की रायबरेली और केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के दौरान खर्च की। राहुल गांधी दोनों सीट से चुनाव जीते। हालांकि, बाद में उन्होंने वायनाड लोकसभा सीट से त्याग पत्र दे दिया। इसी प्रकार से रायबरेली की बगल वाली लोकसभा सीट अमेठी से चुनाव लड़े गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को कांग्रेस ने अपनी पार्टी फंड से 70 लाख रुपये दिए।
कांग्रेस के इन नेताओं को भी मिले 70-70 लाख रुपये
कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले पार्टी के अन्य बड़े नेताओं को भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 70-70 लाख रुपये दिए गए। जिसमें केरल की अलाप्पुझा लोकसभा सीट से चुनाव लड़े केसी वेणुगोपाल, तमिलनाडु की विरुधुनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़े मणिकम टैगोर, कर्नाटक की गुलबर्गा लोकसभा सीट से चुनाव लड़े राधाकृष्ण, पंजाब की आनंदपुर साहिब लोकसभा सीट से चुनाव लड़े विजय इंदर सिंगला का नाम शामिल है।
दिग्विजय सिंह को मिले 46 लाख
अपने बयानों के लिए प्रसिद्ध मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह के कांग्रेस पार्टी ने 50 लाख रुपये लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए दिए। इसी प्रकार से पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा को 46 लाख रुपये दिए गए।
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राजनीतिक दलों के लिए चुनावी खर्च की सीमा निर्धारित नहीं
चुनाव आयोग ने प्रत्याशी के चुनावी खर्च की सीमा निर्धारित की है। जबकि, राजनीतिक दलों के चुनावी खर्च पर किसी भी प्रकार की कोई खर्च सीमा निर्धारित नहीं की गई है। 2022 में चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की चुनावी खर्च सीमा 70 लाख रुपये से बढ़ाकर अधिकतम 95 लाख कर दी थी। इसी प्रकार से विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के चुनावी खर्च सीमा 28 लाख से बढ़ाकर अधिकतम सीमा 40 लाख रुपये कर दी थी।