लखनऊ: आज यूपी में पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा हो रही है। पेपर रद्द होने के बाद दोबारा हो रही परीक्षा को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। यूपी पुलिस, एसटीएफ, एलआईयू सहित प्रदेश की सभी एजेंसियां एक्टिव हैं कि कहीं पहले जैसे स्थिति दोबारा न खड़ी हो जाए। सोशल मीडिया पर व्यापक नजर रखी जा रही है। इसी कड़ी में पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा लीक होने की अफवाह फैलाने के मामले में सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे यासर शाह सहित 7 लोगों को खिलाफ पुलिस भर्ती बोर्ड ने हुसैनगंज थाना में FIR दर्ज कराई है।
तहरीर में कहा गया है कि कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर पेपर लीक होने का भ्रम फैलाया। FIR कॉपी में यह भी आरोप लगाए गए हैं कि अफवाह फैलाने का उद्देश्य अभ्यर्थियों से फर्जी लीक पेपर के बदले वसूली करना था। शिकायत में सोशल मीडिया की आईडी का भी उल्लेख किया गया है। दिसके बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4), 336(3), 338 व 340 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। यूपी पुलिस इस मामले में जांच में जुटी हुई है।
इन लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज
पुलिस भर्ती बोर्ड मीडिया सेल के प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले को लेकर सपा सरकार में मंत्री रहे याशर शाह के अलावा शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, मनु कुमार, कपिल जनगिड, सिद्धार्थ गुप्ता और डिलाइट इंटरप्राइजेज फर्म के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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आरोप है कि यह लोग विभिन्न ग्रुप, अकाउंट, बैंक डिटेल और यूपीआईडी क्यूआर बनाकर उनके माध्यम से धन उगाही करने के प्रयास में थे। जिससे यूपी सरकार की छवि को धूमिल किया जा सके। इनके ऐसा करने से अभ्यर्थियों के बीच आक्रोश उत्पन्न होता। जिससे लॉ एंड ऑर्डर को खराब किया जा सके।