श्रावण मास के पांचवें एवं अंतिम सोमवार को मंदिरों में शिवालय का जलाभिषेक एवं पूजा अर्चना की जा रही है। भोर से जय शिव शंकर व बम-बम भोले के जयघोष के साथ शिवालयों में भक्तों की भीड़ लगी हुई है। बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है। जब मंदिर के गर्भगृह के द्वार भक्तों के लिए खोले गए। गर्भगृह के बाहर भारी संख्या में श्रद्धालु अपने बारी का इंतजार कर रहे थे।
कानपुर नगर में स्थित आनंदेश्वर, सिद्धेश्वर नाथ, भूतेश्वर नाथ, वनखंडेश्वर, थानेश्वर, कोतवालेश्वर, झगड़ेश्वर, भूतेश्वर महादेव समेत अन्य सभी शिवालयों में भोर से ही जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लम्बी कतारें लग गई। इस अवसर पर जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नारायण गिरी महाराज ने सभी भक्तों एवं देश के सभी भाई बहनों को रक्षा बंधन पर्व की शुभकामना एवं बधाई दी और भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर आर्शिवाद ग्रहण करने के बाद पौध रोपण करके उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने की अपील किया है। जिला प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही की जांच के लिए मंदिर से लगभग 200 मीटर पहले बैरिकेड्स लगाकर पुलिसकर्मी जांच कर रहें है।
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सुरक्षा के मद्देनजर नगर के सभी शिव मंदिरों में भारी पुलिस बल एवं मंदिर प्रशासन के सेवादारों ने सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किया है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर सभी शिव मंदिरों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। श्रावण माह के पांचवें एवं अंतिम सोमवार रक्षाबंधन के पर्व को लेकर गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से श्रद्धालुओं एवं भक्तों से पुलिस अपील कर रही है कि निर्धारित बैरीकेटिंग के अन्दर ही स्नान करें, नहीं तो कोई अनहोनी के शिकार हो सकते हैं। घाटों पर पुलिस बल, पीएसी, गोताखोर तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त शिव मंदिरों एवं घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर गोपनीय सुरक्षा एजेंसियां भी सक्रिय हैं।