कानपुर: कानपुर में शुक्रवार देर रात एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ, जब साबरमती एक्सप्रेस (19168) गोविंदपुरी स्टेशन से आगे डीरेल हो गई। इस हादसे में ट्रेन की 22 बोगियां पटरी से उतर गईं, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। रेलवे और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और शुरुआती जांच के आधार पर इस घटना में साजिश की आशंका जताई गई है। हादसे के बाद, मौके पर रेल की पटरी का एक बड़ा टुकड़ा पाया गया। जबकि वहाँ कोई भी पटरी टूटी नहीं थी। इस घटना के बाद, पनकी थाने में रेलवे के इंजीनियर द्वारा सजिशन हादसे का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
तीन फुट लंबा रेल पटरी का पुराना टुकड़ा पाया गया
कानपुर के पनकी थाने में इस मामले में FIR दर्ज हुई है। जिससे हादसे में किसी साजिश की आशंका और भी मजबूत हो गई है। दर्ज FIR में इस बात का खुलासा हुआ कि जिस पटरी पर हादसा हुआ, वहां तीन फुट लंबा रेल पटरी का पुराना टुकड़ा पाया गया, जिसमें हाल ही में टकराव के निशान मिले हैं। जिस समय यह घटना हुई, उस समय भीमसेन और गोविंदपुरी स्टेशन के बीच से ट्रेन गुजर रही थी। इससे पहले भी उस पटरी से कई ट्रेनें गुजरी थीं, लेकिन तब कोई हादसा नहीं हुआ।
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लोको पायलट ने बताया था इंजन से कुछ टकराया
साबरमती एक्सप्रेस हादसे के बाद ट्रेन के लोको पायलट ने बताया कि ट्रेन के इंजन से कुछ टकराया था, जो हादसे का कारण बना। जांच के दौरान यह सामने आया कि पटरियों के बीच बिछाए जाने वाले सीमेंटेड गाटर या किसी और ठोस वस्तु से टकराव हुआ था। यह टकराव इतना गंभीर था कि इसके चलते ट्रेन की 22 बोगियां पटरी से उतर गईं।
FIR संभावित साजिश की ओर इशारा
FIR में रेलवे द्वारा दी गई ये जानकारी हादसे में संभावित साजिश की ओर इशारा करती है। रेलवे और पुलिस की जांच टीमें इस बात की पुष्टि करने में जुटी हैं कि ये पटरी का टुकड़ा वहां कैसे और क्यों पहुंचा और क्या यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था। रेलवे और पुलिस दोनों ही इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह घटना जानबूझकर तो नहीं कराई गई। इस घटना की जांच के लिए एटीएस और आईबी जैसी जांच एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से की पूछताछ
रेल दुर्घटना की जांच के लिए पुलिस उपायुक्त पश्चिम कानपुर नगर राजेश कुमार सिंह रविवार को घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों से पूछताछ की और रेलवे ट्रैक के समीप लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच के निर्देश दिए। इस दौरान उनके साथ अपर पुलिस उपायुक्त पश्चिम, सहायक पुलिस आयुक्त पनकी, सहायक पुलिस आयुक्त कल्याणपुर, थाना प्रभारी पनकी और थाना प्रभारी सचेंडी भी मौजूद थे।
घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया
जांच के दौरान अधिकारियों ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और दुर्घटना से संबंधित सुराग जुटाने की कोशिश की। सीसीटीवी फुटेज की जांच और स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के आधार पर हादसे के कारणों को समझने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, जांच एजेंसियों की सक्रियता भी इस बात का संकेत देती है कि हादसे के पीछे किसी साजिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।