लखनऊ। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध ने देशभर के डॉक्टरों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। इस घटना के बाद से यूपी, दिल्ली, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, ओडिशा सहित कई राज्यों में डॉक्टरों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है। आज IMA ने इस घटना के विरोध में केंद्रीय कानून बनाने और अस्पतालों को अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है। IMA ने देशभर के सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों को 24 घंटे के लिए अपनी सेवाएं बंद करने की घोषणा की है।
लखनऊ डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
कोलकाता जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध को लेकर लखनऊ के सिविल अस्पताल के डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन#LucknowNews #Doctorsstrike #DoctorsstrikeinLucknow #Kolkatadoctorcase #UttarPradeshNews #lucknow pic.twitter.com/oHW8TulzyT
— LIVE_UPToday (@LIVEUPToday) August 17, 2024
कोलकाता में घटित इस जघन्य घटना के खिलाफ उत्तर प्रदेश में भी डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है। लखनऊ के सिविल अस्पताल में चल रही डॉक्टरों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो गई हैं। OPD पूरी तरह से बंद होने के चलते मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। इलाज के लिए पर्चा काउंटर पर लंबी कतारों में लगे लोग, डॉक्टरों के न होने से निराश लौट रहे हैं। हड़ताल का असर अस्पताल की हर सेवा पर दिख रहा है, जिससे मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें: कोलकाता की घटना के विरोध में IMA ने शुरू की 24 घंटे की हड़ताल, इन 5 मांगों को लेकर देशभर के अस्पताल बंद!
बुलंदशहर में डॉक्टरों ने आक्रोश व्यक्त किया
यूपी के बुलंदशहर खुर्जा नगर में कलकत्ता में महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर की घटना को लेकर आक्रोश में समाजसेवी संस्थाओं और डॉक्टरों द्वारा निकाला गया कैंडल मार्च,आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्यवाही करने के की गई माँग pic.twitter.com/hQE77Sojd2
— Mukesh Rajput Journalist (@Mukeshk92294988) August 16, 2024
इससे पहले शुक्रवार को बुलंदशहर के खुर्जा नगर में कोलकाता महिला डॉक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध के खिलाफ डॉक्टरों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कैंडल मार्च निकाला। इस प्रदर्शन में शामिल लोगों ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई की मांग की। कैंडल मार्च में लोगों ने पीड़िता के लिए न्याय की गुहार लगाई और दोषियों को कठोरतम सजा देने की अपील की।
केजीएमयू के डॉक्टरों ने दिखाई ‘सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो’ की तख्तियाँ
घटना के खिलाफ यूपी में डॉक्टरों ने शुक्रवार को भी अपना विरोध जारी रखा। राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के जूनियर डॉक्टरों ने हाथों में काली पट्टियां बांधकर प्रदर्शन किया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों के हाथों में ‘सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो, अब गोविंद ना आएंगे’ जैसे नारों की तख्तियां देखी गईं। यह विरोध केवल केजीएमयू तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि पीजीआई, लोहिया और अन्य अस्पतालों में भी इसका व्यापक असर दिखा। डॉक्टरों ने यह भी ऐलान किया कि जब तक पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिलता, वे अपना विरोध जारी रखेंगे। इस प्रदर्शन की लहर अब प्रदेश के अन्य जिलों में भी फैल चुकी है।
ममता बनर्जी ने दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की
वहीं, इस मुद्दे पर राजनीतिक दल भी पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रैली निकालते हुए पीड़िता के लिए न्याय और दोषियों के लिए मृत्युदंड की मांग की है। दूसरी ओर, सीबीआई की टीम, जो इस मामले की जांच कर रही है, शुक्रवार रात को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से रवाना हो गई है। इस विरोध की लहर अब उत्तर प्रदेश के हर कोने में फैल रही है।